बीकानेर/कातर। आमतौर पर शादी समारोह में रुपए और अन्य उपहार देने का रिवाज है लेकिन रासीसर गांव के एंकर महावीर जालप व उनकी टीम स्वच्छ पर्यावरण ही जीवन है की भावना को लेकर अभियान चलाए हुए हैं ।वे इन दिनों नवविवाहित जोड़े को उपहार के बजाए पौधे थमा रहे हैं। घरेलू जरूरतों से जुड़ी वस्तुओं को उपहार में देते तो सब ने देखा था,लेकिन पौधा उपहार के रूप में पहली बार देखा तो चर्चा शुरू हो गई। लोग इस प्रकार के उपहार को पर्यावरण की रक्षा के लिए ग्रामीण क्षेत्र में बड़ा संदेश मान रहे हैं।
कातर गांव के नवविवाहित शर्मीला- दीपक को उपहार के रूप में पौधे भेंट किए सीताराम लिंबा और राधा ने और पूरी जिम्मेदारी से रखवाली करने का प्रण भी दिलाया ।जिस तरह शादी के पवित्र बंधन को निभाना है उसी प्रकार पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़ पौधों की पूरी जिम्मेदारी के साथ रखवाली कर इस बंधन को भी निभाएंगे।
इस अवसर पर जालप ने उपस्थित लोगों को कहा कि आज के वैश्विक तापवृद्धि की भयावहता और कोरोंनाकाल में ऑक्सीजन की कमी से परिचित कराते हुए पेड़ पौधे लगाने के अपील की।इस अभियान में शामिल रामरख लिंबा, जेठाराम, गोविंद ,गौरी शंकर ,श्री कृष्ण आदि युवा गांव में होने वाले हर मांगलिक समारोह में यह उपहार देकर पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दे रहे हैं।