बीकानेर। (हेम शर्मा )। लालेश्वर महादेव मंदिर शिवबाड़ी बीकानेर में अगले सप्ताह देश के विभिन्न भागों से 33 महामंडलेश्वर, गद्दी अधिष्ठाता और संत आ रहे है। यह देश में आध्यात्मिक चेतना का अनूठा संगम है। भारतीय आध्यात्मिक मान्यता में महामंडलेश्वर, मठ के अधिष्ठाता और संत जनों की महिमा बताई गई है। संवित सोमगिरि महाराज के प्रथम निवार्ण दिवस पर आयोजन में इन संत महात्माओं का आगमन बीकानेर में दरअसल उनकी ओर से जगाई गए जन चेतना को प्रतिफलित करती है। अज्ञानतिमिरांधस्य ज्ञानांजन शलकया। चक्षु रुन्मीलित येनतस्मै श्रीगुरवे नम:।। इस मान्यता और आस्था से बीकानेर का जन जीवन ओत प्रोत रहा है। इस दौरान विद्वान महामंडलेश्वर संतो के प्रवचन, विद्वान वेदपाठी ब्राह्मणों का वेदपाठ से सम्मिलित होने वाले जन समुदाय को निश्चय ही आध्यात्मिक लाभ मिलेगा। इस अवसर पर रुद्राभिषेक और यज्ञ भी हो रहा है। शिवबाड़ी महंत स्वामी विमर्शानंदगिरी महाराज के सान्निध्य में बीकानेर के लिए यह आयोजन देश की आध्यात्मिक जागृति का संचार करने वाला है। आयोजन का डंका पूरे देश में बजा है। देशभर से संवित सोमगिरि जी महाराज के अनुयायी भी आ रहे हैं।जन चेतना और संत समागम मानव प्रबोध प्रन्यास बीकानेर के लिए भी नया संदेश है। प्रन्यास के कामों की लम्बी फेहरिस्त है जिससे बीकानेर में ही नहीं देश में कई नवाचार हुए हैं। समागम में जन जन की चेतना समाहित हो जाए बस यही आग्रह है।