श्रीडुगरगढ- भारतीय जनता पार्टी बीकानेर देहात के जिलाध्यक्ष ताराचन्द सारस्वत ने आज श्रीडूंगरगढ़ विधानसभा के गांव माणकासर की जनसमस्या सुनी तथा गाँव मे सरकार द्वारा घर खाली करने के नोटिस दिये जा रहे है! प्रशासन कह रहा है कि आप गोचर मे बसे हुए हो इसलिए यह मकान खाली करो पुर्व जब बसाया गया था तब ऐसा कुछ नही था अब यहा लोगो के पक्के कच्चे मकान बने हुए कई वर्ष हो गये आज गाँव वालो ने भाजपा जिलाध्यक्ष व विधानसभा चुनाव प्रत्याशी रहे ताराचन्द सारस्वत को अवगत करवाया तब मौके पर पहुच जिलाध्यक्ष सारस्वत ने उपखण्ड अधिकारी व जिला प्रशासन से दुरभाषा पर बात कर इस कार्यवाही को रोकने के लिए कहा साथ बाताया कि प्रशासन द्वारा गांव को गौचर मे बसा हुआ कह कर पूर्व में भी आदेश दिए थे अब दुबारा खाली करवाया जा रहा जबकि माणकासर गाँव मे कुछ लोगो के ग्राम पंचायत द्वार पट्टे भी बना हुए है यहा लोगों द्वारा पक्के मकान बनाये हुए है साथ ही गरीब मजदूरों के प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कई आवास भी बने हुए है लेकिन अब सरकार द्वारा इन घरो को हटाने का नोटिस देकर बेघर कर रही है जिससे इस गांव के किसान मजदूर दहशत में है गाँव वालो का कहना है हमने लाखों रुपए खर्च करके मकान बनाये जिसमे बिजली का कनेक्शन लिया है
गाँव वालो ने अपने परिवार व बच्चों को आश्रय देने के लिए गांव में कच्चे पक्के कई मकान बना रखे है वर्तमान राजस्थान सरकार व प्रशासन द्वारा इन मजदूर किसानों को नोटिस देकर गांव को खाली करने के लिए कहा जा रहा है इनकी न तो कोई मुआवजा की बात कर रह है न अन्य जगह रहने को जगह दे रहे है ! गांव वालों ने भाजपा के जिला अध्यक्ष ताराचंद सारस्वत को फोन द्वारा अवगत कराया जिला अध्यक्ष सारस्वत द्वारा गांव में पहुंचकर किसानों की समस्या सुनी जिलाध्यक्ष सारस्वत ने प्रशासन द्वारा नोटिस देने पर उपखंड प्रशासन और जिला प्रशासन को अवगत कराया और गरीब मजदूरों और किसानों के घर उजाडे न जाए उसके लिए कहा अगर प्रशासन नही माना तो गांव के मजदूर किसानों के साथ कोरोना एडवाईजरी का पालन करते हुए जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जायेगा मणकरासर के गाव के 214 घरों को प्रशासन ने बेघर करने के लिए नोटिस दिए जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना एंव इंदिरा आवास योजना के तहत भी मकान बने हुए भी है लेकिन फिर भी इनको नोटिस देकर बेघर करना कहां का न्याय है इस संकट की घड़ी में मणकरासर के ग्रामीणों के बीच उनका हाल जान ने पहुँचे जन नेता ताराचंद सारस्वत को लोगों ने अपनी व्यथा बताते हुए रोने लगे कहा अब हम कहा जायेगे सारस्वत ने इस मामले में तुरन्त संज्ञान लेते हुवे कहा की अगर कुछ बिचौलिये लोग प्रशासन के साथ साठ-गांठ करके जनता के साथ ऐसी अनीति कर रहे है तो प्रदेश की सरकार क्या वास्तव में ही बहरी हो गई?? सारस्वत ने पीड़ित परिवारों को मजबूती रखने एंव कंधे से कंधा मिलाकर उनके साथ खड़े रहकर अन्याय के ख़िलाफ़ न्याय की इस लड़ाई में डटकर मुकाबला करने एंव उनके हक़ को वापिस दिलाने में पूर्ण सहयोग की बात कही !
उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी इन गांवों को सैना द्वारा अवाप्त किया जा रहा था उस समय भी ताराचंद सारस्वत ने इन गांवों को बेघर होने से बचाया था इसकी चर्चा ग्रामीणों में सदैव होती रहती है ।आज अनेक ग्रामीणों ने पानी की समस्या की बात भी रखी ताराचंद सारस्वत ने जनता के बीच से ही उच्च अधिकारियों से मौके पर बात करके पानी की समस्या का निस्तारण करवाने का कहा जिसमें अधिकारियों ने समस्या का निवारण जल्द ही करने की बात कही ।