-अमेरिकन कंट्री प्यूर्टो रिको के द गुड गवर्नेंस फाउण्डेशन ने जोधपुर की बेटी पार्वती को चुना सोशल वर्कर ऑफ़ द ईयर

जोधपुरःपार्वती यानी महान हिमालय की बेटी जिनकी प्रतिबद्वता स्वयं पर्वतराज हिमालय की तरह दृढ़ एंव महान है। उसी प्रकार पश्चिमी राजस्थान के भारत-पाकिस्तान सीमावर्ती क्षेत्र के गांव गागरिया की मूल निवासी और हाल जोधपुर निवासी सुश्री पार्वती जांगिड़ सुथार कर्नल(मानद) भारत की युवा संसद की अध्यक्षा भी एक अति प्रतिभाशाली, राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत और मानवीय संवदेनाओं से भरपूर महिला है।
बचपन में पिता के स्वर्गवास होने के बावजूद, माँ और छोटे भाइयों को संभालने के साथ साथ राष्ट्र सेवा के जजबे को बिलकुल कम नहीं होने दिया तो देश विदेश के मंत्रियों, संस्थाओं ने भी इस जज्बे को सलाम कर खूब प्यार सम्मान दिया।
साल 2022 का आखिरी दिन भी पार्वती के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी लेके आया, आपके सामाजिक कार्यों और फौज के साथ साहसिक कार्यों के चर्चे न सिर्फ देश में बल्कि सात समुन्द्र पार अमेरिका में भी हो रहे हैं, अमेरिकन कंट्री प्यूर्टो रिको के द गुड गवर्नेंस फाउण्डेशन ने जोधपुर की बेटी पार्वती को चुना पर्सन ऑफ़ द ईयर केटेगरी में सोशल वर्कर ऑफ़ द ईयर से सम्मानित किया और मानवीय सेवा व समाज सेवा की मानद् उच्चतम डिग्री डाॅक्टर ऑफ़ लेटर्स से नवाजा, यह जानकारी द गुडगवर्नेंस अमेरीका की मुख्य सदस्या लुईसा हो ने देते हुए कहा कि अक्टुबर में डाॅ.मोहन सुथार की तरफ से प्राप्त नोमिनेशन पर कमेटी ने नवबंर में अपना निर्णय सुरक्षित रखा था और हमारे संस्थान की पंरपरा अनुसार साल के आखिरी दिन आधिकारीक घोषणा करते हुए हमें बहुत खुशी हो रही है कि ‘‘वसुधैव कुटुबंकम‘‘ का अपना लक्ष्य मानने वाली भारत की कर्नल(मानद) पार्वती जांगिड़ सुथार और युवा संसद,भारत के ही सुधीर गाढ़वे अब हमारे द गुड गवर्नेंस प्यूर्टो रिको और अमेरिका परिवार के हिस्सा बने है। हम अपने दोनों महान देशों के महान सांस्कृतिक विचार, नोलेज को एक दुसरे के साथ साझा कर एक दूसरे की मदद करेंगे।
ज्ञात हो कि कि सेना सिस्टर पार्वती सामाजिक कार्यों, महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ सालभर अलग अलग सुदूर अंतर्राष्ट्रीय बाॅर्डर पर तैनात भिन्न-भिन्न फोर्सेज के साथ दुर्गम क्षैत्रों का प्रवास कर जवानों का हौंसला बढ़ाती है, उनका सम्मान कर और उनके मन की बातों से रूबरू हो, उनकी समस्याओं को सोल्व करने के सहयोग के कदम उठाती रही है। उन्होने हाल की आजादी का अमृत महोत्सव निमित 2022 में लगातार 101 दिवसीय साहसिक यात्रा भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर 07 जुलाई से 16 अक्टुबर,2022 तक की। उनका यह जज्बा उनके ‘‘सिस्टर ऑफ़ सोल्जर्स‘‘ होने को सही चरितार्थ करता हैं। पार्वती बहन भारत की एकमात्र सिविलियन है जो फौज के साथ इस प्रकार के साहसी अभियान को अंजाम दे रही हैं। 101 दिवसीय इस ‘‘सुरक्षित सीमा-समर्थ भारत‘‘ यात्रा के दौरान आपने भारतीय सेना, सीमा सुरक्षा बल,असम राइफल्स, आईटीबीपी, कोस्ट गार्ड के साथ मिलकर 27575 किलोमीटर की यात्रा कर 12 राज्यों को लगते अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर को कवर किया, 21375 जवानों को अपने हाथ से बनाए हुए रक्षासूत्र बांधे, 60575 जवानों से सीधा संवाद, 5275 लोंग सर्विस के सीमा प्रहरीयों, सैनिकों, अधिकारियों को आजादी के अमृत महोत्सव निमित्त युवा संसद,भारत द्वारा ‘‘अमृतस्य पुत्रा सम्मान‘‘ प्रदान किये। गत 12 सालों से आप दीपावली व रक्षाबंधन के पर्व हमेशा सुदूर दुर्गम बॉर्डर पर तैनात जवानों के साथ मनाती आ रही है। अब तक आप दो लाख से भी ज्यादा अपने हाथ से राखियां बनाकर फौजी भाईयों को बांध चुकी है, जिसकी सारे सशस्त्र बल भूरी भूरी प्रशंसा करते है।
पार्वती कहती है कि भारत जैसे विशाल देश में सबसे कम जाना जाने वाला परन्तु सबसे महत्वपूर्ण स्थान रखने वाला अगर कोई भू-भाग है, तो वह है, देश की सीमाएं वहाँ के स्थानीय निवासी, वहाँ तैनात सेना, सैन्य बल, वहाँ के गाँव, वहाँ की प्रकृति। ये सब अपने समूचे देशवासियों को कुछ बताना चाहते हैं, अपनी अलौकिकता और रमणीयता के बारे में, अपने चट्टान जैसे साहस, अपनी नदी रूपी माधुर्य, अपने वन रूपी हरियाली यह सब दिखाना भी चाहते हैं। साथ ही साथ आगाह करना चाहते हैं ये वीरान होते गांवों के बारे में, सरहद पर होती घुसपैठ के बारे में, दुश्मनों के कुटिल चालों के बारे में, अवैध तस्करीयों के बारे में और लंबे समय तक हुए अपनी उपेक्षा के बारे में। सेना, सैन्य बलों के सहयोग से इन सब की आवाज बनने का, सम्पूर्ण भारतवर्ष तथा भारतीयों को वास्तविकता से परिचित कराने का जो ईश्वर व हमारी फौज ने जो मुझे माध्यम बनाया है, मैं हमेशा कृतज्ञ रहूंगी।

पार्वती की फौज के साथ 101 दिवसीय ‘‘सुरक्षित सीमा-समर्थ भारत‘‘ साहसिक यात्रा को मिल रही पूरे देश की सराहना
फौज के साथ पार्वती के कार्यों को कई केंद्रीय मंत्री, धर्मगुरु, सेना, सामाजिक राजनीतिक नेता सराहाकर बधाइयां पत्र लिख रहे हैं जिसमें स्वामीनारायण संस्था के प्रमुख महंत स्वामीजी महाराज, गजेन्द्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, सी.डी.एस. जनरल अनिल चौहान, मिलिट्री सेक्रेटरी पीजीके मेनन इत्यादि सहित दर्जनों लोगों ने पत्र लिखकर बधाइयां दी।