रिपोर्ट – अनमोल कुमार

स्वामी विवेकानंद अध्ययन में काफी अभिरुचि थी इसके बावजूद गुरु रामकृष्ण प्रधान से प्रभावित होकर नरेंद्र नाथ में सांसारिक मोह माया को त्याग कर सन्यास ग्रहण कर लिया और स्वाध्याय के साथ धर्म दर्शन इतिहास कला सामाजिक विज्ञान और साहित्य के ज्ञाता बने और युवाओं का प्रेरणा स्रोत कहलाएl
यह आलेख उन युवाओं को समर्पित है जो भारत के नव निर्माण राष्ट्रभक्ति बेहतर भविष्य सॉक्स और स्वस्थ भारत मे भागीदारी रखते हैं l 19 85 ईस्वी में पांडुचेरी ऑन ग्राउंड मे प्रथम राष्ट्रीय युवा महासम्मेलन का आयोजन किया गया और 12 जनवरी को भारत सरकार राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में घोषित किया l स्वामी विवेकानंद का जन्म 18 63 वह कोलकाता में हुआ और इनकी मृत्यु बेलूर मठ हावड़ा मे 1912 मे हो गई ल
शिकागो में स्वामी विवेकानंद के अभूतपूर्व भाषण संपूर्ण विश्व को अभिभूत कर दिया और वह युवाओं के प्रेरणास्रोत बने l