पोस्टमैन बनने के लिए हुई परीक्षा, बीकानेर में 3,716 अभ्यर्थी हुए शामिल
बीकानेर। जिस पद के लिए अहर्ता मात्र 10 वीं पास है, उसके लिए उच्च शिक्षा प्राप्त – एम.ए., एम.एस.सी और यहाँ तक कि बी-टेक की डिग्री लिए युवा इंजीनियर भी आवेदन कर रहे हैं। यह नजारा देखने को मिला राजस्थान डाक परिमंडल द्वारा रविवार, 18 फरवरी, 2018 को आयोजित हुई पोस्टमैन और मेल गार्ड्स की परीक्षा में। राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि राजस्थान में 126 पोस्टमैन और 03 मेल गार्ड पदों पर नियुक्ति के लिए राज्य भर से कुल 1,16, 536 लोगों ने आवेदन किया था। इसके लिए सात जिलों जोधपुर, बीकानेर, जयपुर, अलवर, कोटा, उदयपुर और अजमेर में परीक्षा कराई गई।
निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान के अधीन जोधपुर में 24 और बीकानेर में 19 केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्वक और सौहाद्रपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। जोधपुर में 10,144 के सापेक्ष 6,210 और बीकानेर में 6,360 के सापेक्ष 3,716 अभ्यर्थी शामिल हुए। तमाम महिलाओं और दिव्यांगों ने भी पोस्टमैन बनने के लिए परीक्षा दी। इस दौरान डाक निदेशक यादव ने बीकानेर के तमाम परीक्षा केंद्रों का दौरा कर उनका जायजा भी लिया। उनके साथ बीकानेर के डाक अधीक्षक जी. एन. कनवारिया, सहायक डाक अधीक्षक राजेंद्र सिंह भाटी सहित तमाम अधिकारी रहे। किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए सभी केंद्रों पर पुलिस भी मुस्तैद रही।
बीटेक डिग्रीधारी और हाईटेक युवाओं द्वारा पोस्टमैन की परीक्षा दिए जाने पर डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि आज का पोस्टमैन भी टेक्नॉलाजी से जुड़ा हुआ है और उसे अपना कार्य सुचारू रूप से सम्पादित करने हेतु कंप्यूटर का ज्ञान आवश्यक है। समाज में डाकिया की अपनी अलग ही प्रतिष्ठा है और सरकारी सेवा के स्थायित्व के साथ-साथ उसका वेतन भी कई निजी कंपनियों से बढिय़ा और आकर्षक है। पहली पोस्टिंग में उसे लगभग 25 हजार रूपये वेतन-भत्ता मिलता है। यादव ने कहा कि डाक विभाग आई. टी. मॉडर्नाइजेशन के दौर से गुजर रहा है और ऐसे में यदि बीटेक डिग्रीधारी और हाईटेक युवा विभाग में आते हैं या पोस्टमैन बनने के लिए आकर्षित होते हैं तो इसे एक शुभ संकेत के रूप में देखा जाना चाहिए।
डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इस परीक्षा में मेरिट में स्थान पाने वाले परीक्षार्थियों का ही अंतिम आधार पर चयन किया जायेगा। 12 बजे से 2 बजे तक हुई वस्तुनिष्ठ श्रेणी की इस परीक्षा में 25-25 अंक के चार खण्ड शामिल थे जिनमें सामान्य ज्ञान, गणित, अंग्रेजी व हिन्दी से सम्बंधित प्रश्न शामिल थे। सामान्य श्रेणी के परीक्षार्थियों को परीक्षा उत्तीर्ण करने हेतु 10 अंक, अन्य पिछड़ी जाति के परीक्षार्थियों के लिए 9 अंक व अनुसूचित जाति/जनजाति के परीक्षार्थियों के लिए न्यूनतम 8 अंक प्रत्येक खण्ड में प्राप्त करना अनिवार्य है।