_रकम दुगुना करने का झांसा देकर 4 जिलों में निवेशकों को लूटा,90 मुकदमें दर्ज
कोटा,(दिनेश शर्मा “अधिकारी “)। चिटफंड कंपनी बनाकर लोगों को अमीर बनाने के सपने दिखाकर करीब 100 करोड़ से ज्यादा की ठगी करने के मुख्य आरोपी ने कोर्ट में सरेंडर किया है। आरोपी मुरली मनोहर नामदेव लंबे समय से फरार था। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 10 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। मंगलवार को आरोपी ने कोर्ट में पहुंचकर सरेंडर किया। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया। अनुमान के मुताबिक कम्पनी ने कोटा संभाग के (कोटा, बूंदी,बारां झालावाड़) के करीब ढाई से 3 हजार निवेशकों को चुना लगाया है। कम्पनी के डायरेक्टर्स के खिलाफ गुमानपुरा, भीमगंजमंडी, जवाहरनगर, आरकेपुरम सहित अन्य थानों में करीब 90 मामले दर्ज है। इस मामले में 5 लोग पहले ही गिरफ्तार हो चुके।
सपने दिखाकर मालामाल हुई कम्पनी।
अपेक्षा ग्रुप का निदेशक मुरली मनोहर नामदेव बारां का निवासी है। जिसने साल 2012 में कम्पनी शुरू की। पहले बारां में लोगों को रकम दुगनी करने के जाल में फंसाया। फिर अन्य जिलों में अपना नेटवर्क बिछाया। साल 2012 से 16 तक पार्टनरशिप फर्म में काम किया। साल 2017 में 2 कम्पनियां बनाई। फिर 12 कम्पनियां खड़ी कर ली। कंपनी ने कोटा के एरोड्राम सर्किल स्थित आकाश मॉल में ऑफिस खोला। नेटवर्क के जरिए लोगों को जल्द अमीर बनने के सपने दिखवाकर इनवेस्ट करवाया। कम्पनी मालामाल होती गई,निवेशकों को करोड़ो का चूना लगा दिया।
हिमांशु विजय कंपनी के सलाहकार।
कंपनी सीएमडी मुरली मनोहर नामदेव ने सीए हिमांशु विजय को सलाहकार के रूप में कम्पनी में शामिल किया। जो कंपनी का पूरा काम देखता था। एससी की जमीन खरीदने से लेकर, उनके सौदे करना हिमांशु के जिम्मे था। कम्पनी ने खरीदी हुई जमीनों का कन्वर्जन भी नहीं करवाया।
किस तरह करवाते इन्वेस्ट….???
कम्पनी लुभावने ऑफर के जरिए लोगों को ग्राहक बनाती थी। कम्पनी ने दो तरह से ग्राहकों से निवेश करवाया। निवेश के बदले लोगों को प्लॉट की फाइल बतौर सिक्युरिटी देते थे। इसके अलावा 3 साल में रकम दुगनी करने का झांसा देते थे। निवेशक से बकायदा इसका स्टॉप पर एग्रीमेंट करते थे। कंपनी के लुभावने ऑफर के मायाजाल में हजारों लोग फंसते चले गए।
ऑफर देकर लुभाते।
साल 2017 में अपेक्षा ग्रुप नाम से एक कंपनी रजिस्टर्ड करवाई गई। कम्पनी में कुल 38 लोगों का रजिस्ट्रेशन है। इनमें महिलाएं भी शामिल है। 16 जने स्थायी रुप से बोर्ड ऑफ डायरेक्टर है। कम्पनी के डायरेक्टर हर महीने शहर की बड़ी होटलों में पार्टी करते थे। पार्टी में कम्पनी के डायरेक्टर्स ड्रेस कोड में रहते थे।
ऐसे हुआ था मामले का खुलासा।
नवबंर 2021 में कंपनी ने अपने ग्राहकों को ब्याज देना बंद कर दिया था। लोगों ने कंपनी के ऑफिस में संपर्क किया तो उन्हें लगातार टाला जाने लगा। लोगों को एहसास हुआ कि उनके साथ ठगी हुई है। जिसके बाद पीडि़त लोग कंपनी के खिलाफ थाने में शिकायत देने पहुंचने लगे। इसी साल जनवरी में अपेक्षा ग्रुप कम्पनी के 38 डायरेक्टर्स के खिलाफ गुमानपुरा थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ था।मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो डायरेक्टर को गिरफ्तार किया था। इससे पहले स्ष्ट की जमीन खरीद मामले में कम्पनी के डायरेक्टर के खिलाफ 3 मामले दर्ज हुए।
मामले में हो चुकी 90 FIR दर्ज।
डीएसपी अमरसिंह ने.बताया की मुख्य आरोपी ने कोर्ट में सरेंडर किया है। आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की जाएगी। इस मामले में अबतक 90 एफआईआर दर्ज हो चुकी है।