बीकानेर। दुर्गा अष्टमी पर भगवती का पूजन कर नौ कन्याओं की भी पूजा की गई तथा भोजन कराया गया। उन्हें दक्षिणा-फल वितरित किए गए। सवेरे माता रानी की ज्योत ली गई। घर घर कन्याओं का पूजन कर उन्हें भेंट स्वरूप फल, मेहंदी व पान दिया गया। इसके अलावा मां दुर्गा को लाप्सी का भोग भी लगाया गया।
नत्थूसर गेट के बाहर पुष्करणा ब्राह्मण समाज की कुलदेवी मां उष्ट्र वाहिनी के मंदिर में दुर्गाष्टमी के उपलक्ष्य में भगवती के विशेष भोग लगाया गया और पूजा अर्चना की गई। मंदिर परिसर में कन्याओं का पूजन किया गया तथा उन्हें देवी स्वरूप मानकर भोजन करवाया गया। मंदिर में नवाह्न पारायण, दुर्गा सप्तशती व सुंदर कांड के पाठ किये गये।
उधर शहर के अनेक इलाकों में दुर्गापूजा महोत्सव मनाया जा रहा है। नागानेची मन्दिर, मोहता चौक,लखोटिया चौक,तेलीवाड़ा,नत्थूसर गेट के बाहर,नत्थूसर गेट के अंदर,बीछवाल औद्योगिक क्षेत्र, रानी बाजार बंगाली मंदिर आदि स्थानों पर मां दुर्गा की प्रतिमा के समक्ष प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे हैं। नवयुवक मानस प्रचार समिति द्वारा शारदीय नवरात्रा में बैदों का बाजार स्थित चांदी कटला परिसर में रामचरित मानस का पाठ लगातार किया जा रहा है।
501 कन्याओं का पूजन, हुआ भामाशाहों का सम्मान
सेवा भारती बीकानेर महानगर की ओर से दुर्गाष्टमी के अवसर पर जंगलेश्वर महादेव मंदिर में 501 कन्याओं का पूजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वामी संवित सोमगिरिजी महाराज ने की जबकि मुख्य अतिथि राष्ट्रीय सेवा भारती नई दिल्ली के राष्ट्रीय संगठन मंत्री राकेश जैन ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजसेवी अविनाश मोदी, शहर भाजपा उपाध्यक्ष किशनलाल मोदी व हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. रतनलाल रांका मौजूद थे।
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों ने मां दुर्गा व भारत माता के समक्ष दीप मंत्र के साथ दीप प्रज्ज्वलन कर की। तत्पश्चात विद्या भारती की छात्राओं ने वंदना प्रस्तुत की। प्रकल्प प्रमुख भारती पुरोहित ने मंचस्थ अतिथियों का तिलक लगाकर स्वागत किया जबकि महानगर मंत्री सांवरलाल मोदी ने अतिथियों का परिचय प्रस्तुत किया।
तत्पश्चात राकेश जैन ने अविनाश मोदी व डॉ. रतनलाल रांका ने किशनलाल मोदी को समाजसेवा में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए शॉल भेंट कर सम्मान किया। कार्यक्रम में मौजूद सभी आगंतुकों को स्वामी संवित सोमगिरिजी महाराज ने आशीवर्चन सुनाए।
सम्मान समारोह के पश्चात कन्याओं का वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन किया गया व भोजन करवाया गया। भोजन के उपरांत कन्याओं को चुनड़ी एवं उपहार वितरित किए गए।