जयपुर। भारत में शिक्षा का ‘स्विस ड्यूल’ सिस्टम पेश करने वाला देश का पहला असली कौशल विश्वविद्यालय- भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी, जयपुर (बीएसडीयू) ने ‘बेस्ट स्किल यूनिवर्सिटी इन इंडिया 2019’ अवार्ड हासिल किया है। बीएसडीयू को यह अवार्ड दुबई में हाल ही आयोजित डायलॉग इंडिया कॉन्क्लेव के दौरान प्रदान किया गया। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में भारत के काउंसलेट जनरल श्री विपुल, शारजाह चेंबर ऑफ कॉमर्स के डायरेक्टर जनरल श्री अब्देलअजीज मोहम्मद शट्टफ, जीटीसीएस ग्लोबल के मैनेजिंग डायरेक्टर और एचएफजेडए, शारजाह सरकार के पूर्व सीईओ और सलाहकार श्री राकेश रंजन ने यह अवार्ड प्रदान किया।
इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को प्राप्त करते हुए भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी, जयपुर के रजिस्ट्रार प्रो अचिन्त्य चौधरी और बीएसडीयू के डायरेक्टर एडमिषन्स डॉ रवि कुमार गोयल ने कहा, “हमें भारत के सर्वश्रेष्ठ कौशल विश्वविद्यालय के रूप में पहचान बनाने पर सम्मानित किया गया है। हमारे अध्यक्ष और संस्थापक डॉ राजेंद्र कुमार जोशी हमेशा भारत में कौशल विकास उद्योग के क्षेत्र में उत्कृष्टता लाने में विश्वास करते रहे हैं और उन्होंने कौशल शिक्षा के ‘स्विस ड्यूल’ सिस्टम की अनूठी अवधारणा पेश की है, जिसमें सैद्धांतिक प्रशिक्षण के साथ-साथ ऑन द जॉब ट्रेनिंग पर भी बराबर जोर दिया गया है और इस तरह एक साधारण ग्रेजुएट विद्यार्थियों के स्थान पर प्रशिक्षित पेशेवर तैयार करने का मार्ग प्रशस्त हुआ है।” डायलॉग इंडिया कॉन्क्लेव 2019 में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और भारत के सौ से अधिक गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने विस्तार से इस बारे में चर्चा की कि कैसे भारतीय शैक्षणिक संस्थान वैश्विक स्तर पर उद्योग की जरूरतों और कुशल भारतीय कार्यबल के बीच एक पुल के रूप में कार्य कर सकते हैं।
इस दौरान दुबई के एक दर्जन से अधिक निवेशकों ने भारतीय संस्थानों के माध्यम से भारत में निवेश के अवसरों पर चर्चा की। हाल के दिनों में भारतीय उच्च शिक्षा के विकास पर प्रमुखता से चर्चा करने के लिए कॉन्क्लेव के दौरान तीन पैनल डिस्कशन भी आयोजित किए गए। भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी डॉ राजेंद्र कुमार जोशी के दिमाग की उपज है, जिन्होंने कौशल विकास के क्षेत्र में अपने अनुकरणीय योगदान के लिए सम्मेलन के दौरान ‘ग्लोबल इंस्पिरेशनल आइकॉन इन स्किल एजूकेशन’ अवार्ड भी प्राप्त किया। बीएसडीयू के कौशल शिक्षा के मॉडल को सम्मानित किया गया, क्योंकि विश्वविद्यालय स्विस ड्यूल सिस्टम ऑफ एजुकेशन की अवधारणा के आधार पर बनाया गया है जो स्विट्जरलैंड की शिक्षा प्रणाली को ही आगे बढाता है, जिसमें छात्रों को उनकी शिक्षा पूरी करने के दौरान नौकरी के लिए पूरी तरह तैयार किया जाता है। इसमें पाठ्यक्रम के सैद्धांतिक भाग के साथ-साथ प्रेक्टिकल ट्रेनिंग पर भी समान रूप से जोर दिया जाता है, जहां छह महीने के सेमेस्टर के आधार पर छात्र विश्वविद्यालय और उद्योग में वैकल्पिक रूप से अपनी व्यावसायिक डिग्री पूरी करते हैं।