एक साथ कई देशों की मुद्राएं देखकर अचंभित हुए बच्चे
कड़ी /अजमेर।(दिनेश कीर) अच्छा शिक्षक वही होता है जो हर समय अपने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए सोचता है। उसके मन में हर समय अपने विद्यार्थियों को आगे बढ़ाने की ललक रहती है। निकटवर्ती ग्राम मण्डा के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत संस्था प्रधान दिनेश वैष्णव भी इनमें से एक है।
इनके मन में भी हमेशा यही बात रहती है कि किस प्रकार अच्छी से अच्छी शिक्षण विधि अपनाकर विद्यार्थियों को आगे बढ़ाया जाए। पांचवी कक्षा के पर्यावरण विषय में एक पाठ में अध्ययन के दौरान जब विदेशी मुद्रा का जिक्र आया तो इस सम्बन्ध में जानने के लिए बच्चों की रुचि जाग्रत हुई। तब उनकी जिज्ञासा दूर करने के लिए विद्यालय के संस्थाप्रधान दिनेश वैष्णव ने मुथूट समूह में विदेशी मुद्रा विभाग के अधिकारी आशीष वैष्णव एवं केकड़ी निवासी पंकज पोपटानी व विकास सिंहल के सहयोग से मंगलवार को विद्यालय में विदेशी मुद्राओं की एक प्रदर्शनी लगाई। मुद्रा प्रदर्शनी का उद्घाटन मोलकिया पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी चन्द्रकिरण वर्मा ने किया।
अध्यापिका कीर्ति परिहार व सुनिता चौधरी ने सभी बच्चों को विदेशी मुद्रा की भारतीय रुपये से तुलना करते हुए कई जानकारियां दी। प्रदर्शनी में विद्यालय के सभी बच्चे 20 से अधिक देशों की मुद्रा एक साथ देखकर अचंभित हुए। संस्था प्रधान दिनेश वैष्णव का मानना है कि शिक्षा केवल किताबों तक नहीं, व्यवहार में भी होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि इन छोटे बच्चों के लिए इतने देशों की मुद्राएं एक साथ देखना एक अनूठा अनुभव था। बच्चों ने नजदीक से जब अलग-अलग देशों की मुद्राओं को देखा तो उनकी खुशी का ठिकाना नही रहा। सभी बच्चें इंग्लैंड व सिंगापुर की प्लास्टिक मुद्रा को देखकर काफी आश्चर्यचकित हुए।
प्रदर्शनी में विद्यालय के बच्चों को संयुक्त राज्य अमेरिका की डॉलर, सऊदी अरब की सऊदी अरेबियन रियाल, चाइना की चाइनीज युआन, आस्ट्रेलिया की आस्ट्रेलियन डॉलर, कजाखिस्तान की तेंगे, थाईलैण्ड का थाई भाट, मलेशिया की मलेशियन रिंगिट, ओमान की ओमानी रियाल, कतर की कतरी रियाल, यूनाइटेड किंगडम (इंग्लैण्ड) की ग्रेट ब्रिटेन पौंड और पाउंड स्टर्लिंग, संयुक्त अरब अमीरात की यूएई दिरहम, स्वीडन की स्वीडिश क्रोनोर, सिंगापुर की सिंगापुर डॉलर, कुवैत की कुवैती दीनार, मॉरीशस का मॉरीशियाई रुपया, पोलैण्ड का पॉलिश ज़्लॉटी, यूरोपियन देशों में चलने वाला यूरो, भूटान का भूटानी नगुल्ट्रम व नेपाल का नेपाली रूपया सहित भारत के भी कई पुराने नोट व सिक्के दिखाए गए। इस दौरान मोलकिया पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी चन्द्रकिरण वर्मा, परवेज अहमद, संस्था प्रधान दिनेश वैष्णव, शारीरिक शिक्षक राजेश कुमार उपाध्याय, कीर्ति परिहार, सुनिता चौधरी, शबाना बानो, रीना कुमारी, भागचन्द जाट सहित सभी विद्यार्थी उपस्थित थे।