बीकानेर । वृंदावन । सखा संगम के तत्वावधान में सखा संगम द्वारा प्रकाशित लोक संस्कृति को सर्मिपत पुस्तक ” श्रीबाँके बिहारी- विनय पचासा” का लोकार्पण सोमवार को ठाकुर जी आश्रम के सभागार में किया गया । लोक गायिका विजय लक्ष्मी रंगा द्वारा सम्पादित पुस्तक का लोकार्पण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ संस्कृतिकर्मी एन डी रंगा , कार्यक्रम की अध्यक्षता कवि कथाकार राजेन्द्र जोशी ने की तथा विशिष्ट अतिथि जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष हीरालाल हर्ष, वरिष्ठ कवि चन्द्रशेखर जोशी एवं नटवरलाल व्यास थें ।
इस अवसर पर एन डी रंगा ने कहा कि वर्तमान समय में भक्ति का मार्ग मनुष्यता को प्रशस्त करता है ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कवि कथाकार राजेन्द्र जोशी ने कहा कि देव भूमि ब्रज में लोक संस्कृति को आगे बढ़ाने में विनय पचासा लोक में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगी , जोशी ने कहा कि भारतीय परम्पराओं और सभ्यता को मजबूत करने में लोक संस्कृति ने बखूबी समझा है ।
हीरालाल हर्ष ने कहा कि हमारी अस्मिता हमारी संस्कृति है । चन्द्रशेखर जोशी एवं नटवरलाल व्यास ने कहा कि भारतीयता की पहचान लोक संस्कृति से ही है ।
कार्यक्रम में लोक साहित्यकार प्रोफेसर राजनारायण व्यास, अनुमघा जोशी, समाज शास्त्री आशा जोशी, बृजगोपाल जोशी, चन्दर कौर व्यास, श्यामा हर्ष, पूजा जोशी, स्वेता रंगा सहित अनेक लोगों ने विचार व्यक्त किये ।