नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कल 70 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदान होगा। दिल्ली के एक करोड़ 33 लाख 14 हजार 215 मतदाता 673 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। इसके साथ ही दो लाख 27 हजार 316 युवा मतदाता पहली बार मतदान करेंगे। यह सभी 18 से 19 साल के युवा हैं। जिनका नाम पहली बार मतदाता सूची में जोड़ा गया है। मतदान सुबह आठ बजे से शाम को छह बजे तक चलेगा। चुनाव आयोग के अनुसार शांतिपूर्ण और भयरहित मतदान के लिए सुरक्षा के चाक-चौंबद प्रबंध किए गए हैं। मतदान के साथ ही भाजपा, आम आदमी पार्टी (आप), कांग्रेस समेत अन्य दलों के 673 प्रत्याशियों का भाग्य इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में बंद हो जाएगा। जिसमें 63 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं। इस बार आप, बसपा और कांग्रेस ने 70 और भाजपा ने 69 प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। जबकि एनसीपी ने नौ, सीपीआई ने पांच सीपीएम ने तीन, प्रत्याशी उतारे हैं। इसके अलावा 198 निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव में भाग्य आजमा रहे हैं। सुरक्षा की दृष्टि से करीब 65 हजार सुरक्षाकर्मियों एवं मतदानकर्मियों की तैनाती की गई है। समूची दिल्ली में चुनाव आयोग ने 11763 मतदान केंद्रों की स्थापना की है।
नए सर्वेक्षण में भाजपा को 45, ‘आप’ को 25 सीटें
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आए एक नए सर्वेक्षण में भाजपा को 41-45 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत मिलने की संभावना जताई गई है। इसमें आम आदमी पार्टी (आप) को दूसरे स्थान पर बताया गया है। ‘रिसर्च एंड डिवैल्पमैंट इनीशिएटिव’ (आर.डी.आई.) के सर्वेक्षण के अनुसार 70 सदस्यीय विधानसभा में ‘आप’ को 21-25 सीटें मिल सकती हैं। इसके अनुसार भाजपा को 41 फीसदी और ‘आप’ को 36 फीसदी वोट मिल सकते हैं। कांग्रेस को 8 सीटें और 12 फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है। यह सर्वेक्षण जनवरी के आखिरी सप्ताह में किया गया। 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा 33 फीसदी वोट एवं 31 सीटें, ‘आप’ को 28 सीटें एवं 29 फीसदी वोट तथा कांग्रेस को 25 फीसदी वोट और 8 सीटें मिली थीं। इस सर्वेक्षण में किरण बेदी को मुख्यमंत्री पद की पहली पसंद बताया गया। उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर 46 फीसदी, ‘आप’ के अरविंद केजरीवाल को 40 और कांग्रेस के अजय माकन को 12 फीसदी लोगों ने अपनी पसंद बताया।