बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि संघ द्वारा पूर्व में जनप्रतिनिधियों व प्रसाशन के सहयोग से बीकानेर को गेस पाइप लाइन से जोड़ने एवं बीकानेर में फ़ूड टेस्टिंग लैब खुलवाने में सफलता प्राप्त करने के पश्चात अब बीकानेर में रेल्वे द्वारा इन्लेंड कंटेनर डिपो (ड्राईपोर्ट) बनवाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं | इस हेतु बीकानेर जिला उद्योग संघ के प्रतनिधिमंडल ने केन्द्रीय राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल से परिचर्चा कर बताया कि बीकानेर जिले में रेल्वे द्वारा इन्लेंड कंटेनर डिपो स्थापित हो जाने से बीकानेर जिला देश के मानचित्र में अपनी विशिष्ट पहचान रखेगा और बेरोजगारों को रोजगार मुहेया हो सकेगा, निर्यात सुलभ होगा, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्पादों को मार्केट मिलेगा | बीकानेर जिला एशिया की वूलन मंडी के नाम से विख्यात है एवं पापड़, भुजिया, रसगुल्ला के उत्पादन के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बीकानेर की एक अनोखी पहचान है | बीकानेर जिला उद्योग संघ द्वारा आयात व निर्यात के डाटा इकट्ठे किये गये जिनके आधार पर वर्तमान में बीकानेर में कम से कम 11000 से 12000 कंटेनर का आयात निर्यात होता है जिसमे उन, गम पाऊडर/ गम, मूंगफली, क्ले, कारपेट, भुजिया पापड़ आदि का प्रमुखता से आयात निर्यात होता है | बीकानेर सम्भाग में रा-वूल, दालें, केमिकल्स का आयात किया जाता है और इस सम्भाग से वूलन कारपेट, ग्वार गम, केमिकल्स, फल व खाद्य उत्पाद, वूडन कलात्मक फर्नीचर उत्पादों का निर्यात किया जाता है | ड्राईपोर्ट बन जाने से आयात होने वाला माल भी ओधोगिक इकाइयों के दरवाजे पर आसानी से पहूँच जाएगा तथा पूरे सम्भाग श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सरदारशहर, चूरू इत्यादि के भी आयातक / निर्यातक इसका लाभ उठा सकेंगे और किशनगढ़, गुडगाँव, तुगलकाबाद की तरह यहाँ भी ड्राईपोर्ट सफलतापूर्वक चलता रहेगा | साथ ही अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि बीकानेर में रेल्वे द्वारा इन्लेंड कंटेनर डिपो (ड्राईपोर्ट) की सम्भावनाओं के लिए रेल्वे कोनकोर्ड के अतिरिक्त निदेशक सुनील गुप्ता से दूरभाष पर चर्चा की गई | इस सम्बन्ध में जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम ने भी बीकानेर में ड्राईपोर्ट खुलवाने हेतु रेल्वे कोनकोर्ड को पत्र लिखा है |

साथ ही नगर विकास न्यास द्वारा जोहड़बीड में फ़ूड जोन स्थापित के प्रयास किये जा रहे हैं और यदि फ़ूड जोन स्थापित होता है तो मेगा फ़ूड पार्क खुलवाने के प्रयास भी किये जायेंगे | बीकानेर जिला उद्योग संघ के सभी प्रयास सफल हो जाने से जिस तरह कोटा को शिक्षा नगरी के नाम से जाना जाता है उसी प्रकार बीकानेर को औद्योगिक नगरी के नाम से जाना जाने लगेगा | प्रतिनिधिमंडल में नरेश मित्तल, अनंतवीर जैन व शिवरतन पुरोहित शामिल हुए |