-व्हाट्सएप ग्रुप में अनावश्यक फ़ोटो डालना पड़ा महंगा, एसपी ने दिए संगठन के जांच के आदेश।

लॉकडाउन में कोई भी सार्वजनिक या गैर सरकारी संगठन के वगैर डीएम की अनुमति के नियम की धज्जियां उड़ाते राहत व सामान बांटना अवैध।

बिहार(सुपौल ) ओम एक्सप्रेस ब्यूरों-नोवल कोरोनो संक्रमण को लेकर जहां सम्पूर्ण देश लॉकडाउन है तो वहीं लॉकडाउन को सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज में लोगों ने मज़ाक बनाकर रख दिया है।यहां प्रसाद की तरह चार पहिया,दो पहिया वाहनों के परमिट अधिकारियों द्वारा जाड़ी कर दिए गए हैं जिससे पीएम के आदेश के बाबजूद यहां लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंस सिर्फ़ नाममात्र रह गया है।जिसका जीता जागता उदाहरण आज त्रिवेणीगंज प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे साइबर सेनानी ग्रुप में देखने को मिला।बता दू कि लोगों से सूचना कलेक्ट करने के उद्देश्य से त्रिवेणीगंज पुलिस प्रशासन द्वारा बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप साइबर सेनानी में आमलोगों को जोड़ा गया लेकिन लोग इस ग्रुप को अपना प्रचार प्रसार का माध्यम बना दिए बार- बार स्थानीय प्रशासन द्वारा ग्रुप की महत्ता बनाए रखने के लिए अनावश्यक चीजें डालने से मना भी किया गया लेकिन लोग नजरअंदाज करते दिखे जो आज एक निजी संगठन को महंगा पड़ गया।मालूम हो कि सम्पूर्ण देश के लॉकडाउन होने के बाद गरीब,निःसहाय औऱ दिहाड़ी मजदूरों के बीच खाने पीने का सामान,मास्क, सेनेटाइजर, साबून आदि खरीदने की संकट आन पड़ी है।

इसके साथ हीं वे लोग जिन्हें घर रहना पसंद नहीं है वे लोग गरीब,निःसहाय औऱ दिहाड़ी मजदूरों के बीच उक्त वस्तुओं को उपलब्ध कराने के बहाने स्थानीय अधिकारियों के आगे पीछे कर एक परमिशन लेकर अपनी चार पहिया व दो पहिया वाहनों पर आपदा कोविड 19 का स्टिकर चिपका कर लॉकडाउन औऱ सोशल डिस्टेंस के नियम व तरीकों को ताक पर रख कर मास्क, सेनेटाइजर, साबून आदि वितरण करने के बहाने घूमने फिरने औऱ अपने स्वार्थ को पूर्ण करने का नायाब तरीका अपना लिए हैं।जिस कड़ी में एक एनजीओ जिसका नाम राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन है के बैनर तले सभी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए मास्क, सेनेटाइजर, साबून आदि का वितरण कर रहे हैं वितरणकर्ता खुद उसकी फ़ोटो खींच अनावश्यक रूप से त्रिवेणीगंज पुलिस प्रशासन द्वारा बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप सायबर सेनानी में डाल रहे थे जिस फ़ोटो को देखते हीं आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि किस कदर एनजीओ संचालक व कर्मी इसकी धज्जियां उड़ा रहे हैं जिस पर ग्रुप में जुड़े सुपौल के पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने संज्ञान लेते हुए ग्रुप में ही त्रिवेणीगंज प्रशासन को इस संगठन की विश्वसनीयता सत्यापित करने का आदेश दे डाले।इसके साथ सुपौल एसपी ने यह भी बताया है कि लॉकडॉन में डीएम की लिखित अनुमति के बिना कोई भी सार्वजनिक या गैर सरकारी संगठन के ऐसा करने को अवैद्य बताया है।अब देखना दिलचस्प होगा कि स्थानीय प्रशासन इस एनजीओ पर कार्यवाई करते हैं या नहीं।