OmExpress News / New Delhi / वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने भारत को पूरी तरह से अपनी चपेट में ले लिया है, हर संभव कोशिश के बाद भी संक्रमण के फैलाव पर काबू नहीं पाया जा सका है। इसके लिए विपक्ष ने सीधे तौर पर मोदी सरकार की कमजोर रणनीति को जिम्मेदार ठहराया है। कोरोना वायरस को लेकर 22 विपक्षी दलों ने शुक्रवार को बैठक की। Amphan as National Disaster
इस मीटिंग में ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भीषण तबाही मचाने वाले चक्रवाती तूफान अम्फान पर भी जिक्र हुआ। विपक्षी दलों ने एक सुर में मोदी सरकार से ‘अम्फान’ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है।
Opposition parties urge the Central Govt to immediately declare cyclone Amphan as a national calamity & substantially help the states in facing the impact of this disaster: Resolution passed in the virtual meeting of 22 opposition parties
— ANI (@ANI) May 22, 2020
गौरतलब है कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अब तक चक्रवाती तूफान अम्फान से 76 लोगों की जान जा चुकी है, सरकार ने मृतकों के लिए 2-2 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया है और खुद पीएम मोदी ने शुक्रवार को हेलीकॉप्टर से तूफान की तबाही का जायजा लिया। बैठक में विपक्ष ने सरकार को घरेते हुए ‘अम्फान’ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है। हालांकि इस बैठक से सपा, बसपा और आप ने बैठक से किनारा कर लिया है।
अम्फान साइक्लोन से हुई मौतों पर किया गया शोक व्यक्त
कांग्रेस प्रवक्ता आरएस सुरजेवाला ने अपने एक ट्वीट में बताया कि कोरोना वायरस और आर्थिक महामारी पर चर्चा के लिए 22 राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई गई, इस दौरान पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में अम्फान साइक्लोन से हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया गया। बैठक में विपक्षी दलों ने आपदा के प्रभाव का सामना करने में राज्यों की पर्याप्त मदद करने का आह्वान किया। Amphan as National Disaster
22 दलों के नेताओं ने इस संबंध में एक प्रस्ताव भी पारित किया है। सोनिया गांधी के आह्वान पर आयोजित की गई इस बैठक में पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा, राहुल गांधी, शरद पवार,पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे सहित कई दिग्गज नेता मौजूद रहे।