बीकानेर। कोरोना संक्रमण के चलते फोटोग्राफी व्यवसाय से जुड़े कार्मिकों को भी आर्थिक मंदी का मार झेलना पड़ रही है। अगर केन्द्र सरकार द्वारा दिये जा रहे आर्थिक पैकेज में फोटोग्राफर्स और इस व्यवसाय से जुड़े कार्मिकों को शामिल कर लिया जाएं तो राहत मिलेगी।

इस संदर्भ में फोटोग्राफर एसोसिएशन संघ की ओर से आज केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को एक ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें फोटोग्राफर्स की समस्याओं से मंत्री को अवगत करवाया गया। सचिव जगदीश सोलंकी की अगुवाई में मिले इस शिष्टमंडल ने अवगत कराया कि भारत सरकार द्वारा आर्थिक पैकेज के एमएसएमई में फोटो व्यवसाय को सम्मिलित कर बैंक से रियायती दर पर व बिना प्रतिभूति के ऋण प्रदान करवावें ताकि फोटो व्यवसाय फिर से खड़ा हो सके।

शादी समारोह से शामिल होने वाले 50 लोगों की सूची में फोटोग्राफर को भी शामिल किया जावें। फोटोग्राफी को कला का दर्जा देने की मांग करते हुए फोटोग्राफर्स को आर्थिक मदद दी जावें। कार्यवाहक अध्यक्ष राम पानेचा ने लॉक डाउन के तहत हो रही शादियों में 50 व्यक्तियों की सरकार द्वारा अनुमति दी जा रही है उसमें दो फोटोग्राफरों को शामिल करने की गाइडलाइन जारी करने की अपील, संघ के मीडिया प्रभारी शिवराज पंचारिया* ने कहा कि फोटोग्राफी को कला का दर्जा दिया जाए।मूलचन्द दुगड़ ( कोषाध्यक्ष ) -ने कहा कि इस कोरोना महामारी काल में फोटोग्राफरों को सरकार से आर्थिक मदद मिले। मंत्री जी को ज्ञापन देने के लिए (संघ के सचिव )जगदीश सोलंकी ,नोशाद अली, घनश्याम स्वामी,वाजिद खान,आदिल रजा बाबू सुलेमानी,राजेश छंगाणी आर सी सिरोही ,गुलाम रसूल वेडिंग फोटोग्राफर व मीडिया फोटोग्राफर्स शामिल रहे।प्रतिनिधिमंडल में नौशाद अली, गुलाम रसूल, आर सी सिरोही, घनश्याम स्वामी, राजेश छंगाणी, वाजिद अली,रामप्रताप,मूलचंद दुग्गड़,बाबू सुलेमानी,आदिल रजा आदि सहित डिंग फोटोग्राफर व मीडिया फोटोग्राफर्स शामिल रहे।