– ध्यान रहे मुसाफिर अपनी रिस्क पर यात्रा करे, भले ही सफर छोटा है मगर जोखिम भरा है

● तिलक माथुर-केकड़ी-राजस्थान

कोरोना संक्रमणकाल के दौरान जोखिम भरे सफर में आज राज्य में रोड़वेज का सफर सुरक्षा इंतजामों के बीच शुरू हुआ लेकिन हमें पूरे जीवन का सफर तय करना है तो रोड़वेज में सफर के दौरान कई सावधानियां बरतनी होगी तभी हम बस में कोरोना संक्रमण से बचकर आगे जीवन का सफर तय कर पाएंगे। चारों ओर कोरोना का दंश हमारी लापरवाही का इंतज़ार कर रहा है ऐसे में सबसे पहली सावधानी तो हमें बरतनी होगी कि अति आवश्यक काम से कहीं आना जाना हो तो ही सफर करना चाहिए क्योंकि अभी बसों में सफर करना बहुत रिस्की है।

कहा भी गया है कि मुसाफिर अपनी रिस्क पर सफर करे। जब हमें अपनी रिस्क पर ही सफर तय करना है तो छोटी-छोटी सावधानियों का पालन तो करना ही होगा। हालांकि सरकार ने यात्रियों की सुरक्षा के व्यापक प्रबन्ध किये हैं मगर हमारी जरा सी चूक हमें जीवन की यात्रा में अपनो से दूर ले जा सकती है। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण फैलने के डर से पिछले सवा दो माह से रुके हुए जनजीवन को फिर से सुचारू करने के लिए सरकार आमजन की सुविधा के लिए हर क्षेत्र में छूट देकर जनजीवन को बहाल करने के प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में आज राजस्थान के सभी जिलों में करीब दो सौ रूट्स पर रोड़वेज बसों का संचालन शुरू हुआ। इससे पहले 23 मई को आंशिक रूप से रोड़वेज बसों का संचालन शुरू किया गया था, लेकिन आज से व्यापक स्तर पर शुरू कर दिया गया है। हालांकि इस दौरान रोड़वेज द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कराया जा रहा है, साथ ही यात्रियों की सुरक्षा के लिए थर्मल स्क्रीनिंग व अन्य व्यवस्थाएं की गई है। बसों के संचालन से कोरोना संक्रमण न फैले इसके लिए रोडवेज की ओर से व्यापक स्तर पर तैयारी की गई है। इसके तहत रूट्स पर बस को भेजने से पहले उसे पूरी तरह से सेनेटाइज किया जा रहा है। बसों में क्षमता के अनुसार ही यात्री बैठाए जाएंगे।

इसके अलावा बस स्टैंड पर पूछताछ खिड़की, टिकट विंडो में हाइजीन का ख्याल रखा जा रहा है। साथ ही परिचालक को वॉशेबल ग्लब्ज़, फेश शील्ड और मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है वहीं यात्रियों को भी मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है। यात्रियों की सुविधा के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग की भी व्यवस्था की गई है। लेकिन हम जानते हैं लोग शुरू में तो सरकारी एडवाइजरी का पालन करते हैं मगर थोड़े वक्त बाद ही सबकुछ भूल कर लापरवाही बरतने लगते हैं, जबकि यह वक्त सतर्क रहने का है। हमारी जरा सी लापरवाही हमें और हमारे परिवार को जोखिम में डाल सकती है। सरकार ने सतर्कता के साथ रोडवेज बसों का संचालन शुरू किया है। उन्हीं यात्रियों को यात्रा करवाई जा रही है, जो नियमों का पालन करेंगे। यात्री के बस में सवार होने से पहले थर्मल स्क्रीनिंग कराना अनिवार्य है। अगर यात्री का तापमान 37.2 डिग्री से ऊपर है तो उसे नहीं बैठाया जाएगा। वहीं मास्क भी जरुरी है, अगर मास्क नहीं है तो उसे लाना होगा, मास्क नहीं लगाने पर यात्री बस में प्रवेश नहीं कर पाएगा। बसों में यात्रा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क लगाना इसलिए अनिवार्य किया गया है क्योंकि कोरोना संक्रमण संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने व छींक व खांसी के दौरान कीटाणुओं की वजह से फैलता है। ऐसे में आप अगर गलती से किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ सफर कर रहे हैं तो इस वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। बस में सफर करने से संक्रमण का खतरा अधिक है, यह बात इस पर निर्भर करती है कि जिस बस में आप सफर कर रहे हैं उसमें सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया है या नहीं, सभी ने मास्क लगा रखे हैं या नहीं, बस को रवाना करने से पहले सेनेटाइज किया गया है नहीं। टिकट कलक्टर ने ग्लब्ज व मास्क लगाया है या नहीं, रास्ते में चढ़ने वाली सवारी की स्क्रीनिंग की गई है या नहीं, ग्रामीण यात्री मास्क लगातार बस में चढ़ा है या नहीं। इन सब सावधानियों का ख्याल रखा गया है तभी हमारी यात्रा सुरक्षित है। कुल मिलाकर बस में यात्रा के दौरान खुद भी सावधानी बरतें तथा औरों को भी सावधानी बरतने के लिए पाबंद करावें तभी हम अपनी मंजिल तक सुरक्षित पहुंच पाएंगे।