OmExpress News / New Delhi / पूर्वी लद्दाख के गलवान इलाके में सोमवार रात को भारत और चीन की सेना के बीच टकराव की खबरों के बीच इंडियन आर्मी के एक ऑफिसर और दो जवानों के शहीद होने की खबरें हैं। इस संकट के बीच ही दोनों पक्षों के सीनियर मिलिट्री ऑफिसर्स मीटिंग कर रहे हैं ताकि हालात को नियंत्रण में किया जा सके। (Indo China Border Standoff)
पत्थरबाजी में गई है जान
चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के पांच जवानों के मारे जाने की खबरें हैं। भारतीय सेना की तरफ से इस बात की पुष्टि की गई है कि चीन को भी अपने जवानों का नुकसान झेलना पड़ा है। बताया जा रहा है कि दोनों तरफ से कोई भी गोली नहीं चली है लेकिन पत्थरबाजी में एक ऑफिसर समेत दो जवान शहीद हो गए हैं।
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव सांतवें हफ्ते में पहुंच गया है और कई दौर की वार्ता इस टकराव को खत्म करने को लेकर हो चुकी है। अभी तक कोई भी समाधान नहीं निकल सका है। इस बीच चीन ने भारत पर आरोप लगाया है कि इंडियन आर्मी के जवान सीमा को पार कर, चीनी जवानों को निशाना बना रहे हैं।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ की अहम बैठक
गलवान घाटी में पीछे हटने की प्रक्रिया के दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई। जिसमें भारतीय सेना का एक अफसर और दो सिपाही मारे गए। दोनों सेना के सीनियर अधिकारी स्थिति को शांत करने के लिए बैठक कर रहे हैं। इसी बीच पूर्वी लद्दाख के हाल के घटनाक्रमों पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन राव, तीनों सेना प्रमुखों और विदेश मंत्री डॉ.एस जयशंकर के साथ बैठक की है।
चीन के ग्लोबल टाइम्स ने विदेश मंत्री के हवाले से लिखा है कि, भारतीय सैनिकों ने सोमवार को अवैध रूप से दो बार सीमा पार करके, चीनी सैनिकों पर हमलों को अंजाम देकर दोनों पक्षों की सहमति का उल्लंघन किया जिसके चलते गंभीर शारीरिक झड़पें हुईं हैं। चीन ने भारतीय पक्ष के साथ गंभीर अभियोग दर्ज किए और भारत से सीमा पार करने या एकतरफा कार्रवाई करने पर रोक लगाने का आग्रह किया जिससे सीमा पर स्थिति बिगड़ सकती है।
चीन और भारतीय पक्ष ने सीमा पर बनी स्थिति को सही करने और सीमा क्षेत्रों में शांति बनाए रखने के लिए बातचीत के माध्यम से द्विपक्षीय मुद्दों को हल करने पर सहमति जताई।
बता दें कि गलवान घाटी में पिछले एक महीने से डि-एस्केलेशन की प्रक्रिया चल रही है। इसी प्रक्रिया के दौरान चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प हो गई। पिछले कई दिनों से भारत-चीन सीमा पर विवाद जारी है। बीते दिनों दोनों देशों के बीच तय हुआ था कि चीन की सेना गलवान घाटी में पेट्रोलिंग प्वाइंट 14, 15 और 17 ए से पीछे हटेगी. चीन सेना श्योक नदी और गलवान नदी के मुहाने तक आ गई थी। धीरे-धीरे पीछे हट भी रही थी, लेकिन पूरी तरह से पीछे नहीं हटी थी।
चीन ने भारत पर लगाए आरोप
चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से आक्रामक तरीके से इस घटना पर प्रतिक्रिया दी गई है। चीन के विदेश मंत्रालय से पूछा गया था कि चीनी जवानों के साथ हुई झड़प में भारतीय सेना को नुकसान उठाना पड़ा है। इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ने भारत को चेतावनी दी कि वह इस मसले को और न उलझाए और न ही किसी प्रकार की एकपक्षीय कार्रवाई करे।
चीन ने भारत पर आरोप लगाया है कि इंडियन आर्मी के जवान सीमा को पार कर, चीनी जवानों को निशाना बना रहे हैं। ग्लोबल टाइम्स ने चीन के विदेश मंत्री के हवाले से लिखा है कि भारत और चीन दोनों ही द्विपक्षीय मुद्दों को बातचीत के जरिए सुलझाने, बॉर्डर पर तनाव को कम करने और सीमाई इलाके में शांति और स्थिरता कायम करने पर राजामंद हुए थे।
फिंगर 4 पर अड़े हैं चीनी सैनिक
छह जून को दोनों देशों की सेनाओं के बीच कोर कमांडर स्तर की वार्ता हुई थी। इसके बाद से ही लगातार ब्रिगेडियर और कर्नल स्तर की वार्ता जारी है। दोनों पक्षों की तरफ से कुछ पीछे हटने की रजामंदी जताई गई थी और यह दोनों तरफ जारी है।इस वार्ता में गलवान इलाके में जारी तनाव पर बात हुई है। कहा जा रहा है कि इस इलाके में दोनों तरफ से सेनाएं बरकरार हैं।
यह वही हिस्सा है जहां पर चीनी सेना भारत के नियंत्रण वाले हिस्से में कैंप लगाए हुए हैं। चीन की सेना फिंगर 4 पर मौजूद है और वह यहां की स्थिति बदलने की कोशिश कर रहा है। भारत फिंगर आठ तक अपनी सीमा का दावा करता है लेकिन अब फिंगर 4 पर मौजूद हैं और भारतीय जवानों को आगे नहीं जाने दे रहे हैं।
Army Chief Gen MM Naravane’s planned visit to Pathankot military station has been cancelled: Army Sources pic.twitter.com/EIQS2OT8Gl
— ANI (@ANI) June 16, 2020
आर्मी चीफ नरवणे ने रद्द किया पठानकोट दौरा
इस तनाव के बाद अब सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने अपना पठानकोट दौरा रद्द कर दिया है। सेना के सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी है।