– अंतिम समय में प्रभावी नेताओं का आलाकमान पर बना दबाव, आलाकमान दोबारा जाट को प्रदेश प्रधान बनाने पर कर सकती है विचार। -: अभी नहीं होगी प्रदेश प्रधान के नाम का ऐलान
ईश्वर धामु
चंडीगढ़।हरियाणा भाजपा के प्रदेश प्रधान के नाम की घोषणा को पार्टी ने रोक दिया है। अब प्रदेश प्रधान के नाम की घोषणा का इंतजार करना होगा। यह घोषणा कब होगी, कोई नहीं जानता। भाजपा के अधिकारिक सूत्रों के अनुसार अभी सोशल मीडिया पर भ्रम फलाया जा रहा है। चल रही जानकारी के अनुसार केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुज्जर का नाम प्रदेश प्रधान के रूप में तय बताया जा रहा है। बीती रात को तो ऐसा मौहाल पार्टी नेताओं में भी हो गया था कि सुबह यानि की आज कभी भी गुज्जर के नाम की घोषणा हो जायेगी। सोशल मीडिया पर कृष्णपाल गुज्जर और प्रधानमत्री तथा मुख्यमंत्री के साथ फोटो भी डाल दिए गए। इतना ही नहीं बहुतेरे अति उत्साहित भाजपाईयों ने तो रात को ही गुज्जर को बधाईयां दे डाली। परन्तु आज शाम आते आते सभी के हौंसले टूटने लगे।
चर्चाकारों का कहना है कि बीती रात को कृष्णपाल गुज्जर ने पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव से मुलाकात की। इस मुलाकात बारे हालाकिं अधिकारिक रूप से कोई जानकारी नहीं आई है। परन्तु समझा जाता है कि गुज्जर ने मंत्री पद भी साथ रखने की संगठन से गुजारिश की थी। परन्तु उन्होने पार्टी गाइड लाइन से बाहर जाने की किसी भी सम्भावना से इंकार कर दिया। जब बात आगे बढ़ी तो सूत्र बताते ळें कि राष्ट्रीय संगठन महासचिव ने गुज्जर का सारा रिकार्ड उनके सामने रख दिया। लेकिन आज प्रदेश प्रधान के नाम की घोषणा न होने और सोशल मीडिया पर कयास लगाने को रोकने के लिए भाजपा के आईटी सैल ने पोस्ट डाली है कि हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष नियुक्ति की कोई अधिकारिक सूचना उनके पास नहीं है। कृपया अफवाहों से बचें। इस पोस्ट के बाद भी भाजपाई प्रदेश कार्यालय से निरंतर सम्पर्क बनाए हुए हैं। इस बारे में राजनैतिक सूत्र बताते हैं कि गुज्जर के नाम की घोषणा में देरी का कारण अंतिम समय में पार्टी आलाकमान पर प्रभावी लोगों ने दबाव बना दिया। आलाकमान को य िसमझाने का प्रयास किया गया कि अगर किसी जाट को प्रदेश प्रधान नहीं बताया गया तो भाजपा को संगठन के मामले में और आने वाले बरोदा के उप चुनाव में भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए आलाकमान का अपने निर्णय पर दोबार गम्भीरता से विचार करना चाहिए। भाजपा के उच्च स्तरीय सूत्र भी इस सम्भावना से इंकार नहीं कर रहे हैं। क्योकि दो विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत में जाट मतदाताओ की निर्णायक भूमिका रही है। अब भाजपा आलाकमान के सामने यह यक्ष प्रश्र आन खड़ा हो गया है। भाजपाई सूत्र बताते हैं कि प्रदेश प्रधान के नाम की घोषणा अभी एक सप्ताह तक सम्भव है न हो पाए। पर इतना अवश्य माना जा रहा है कि भाजपा आलाकमान कृष्णपाल गुज्जर को प्रदेश प्रधान पद से दूर रखें।