बीकानेर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्राी राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि रक्तदान सबसे बड़ा दान है। इसका कोई विकल्प नहीं है। यह एक महायज्ञ है, इसमें अधिक से अधिक आहूतियां दीं जाए।
राठौड़ रविवार को श्री पीपा क्षत्रिय युवा संगठन रक्तदान समिति की ओर से शीतला गेट के अंदर पीपा क्षत्रिय मोहल्ले में आयोजित रक्तदान शिविर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में दान का अत्यंत महत्त्व है। रक्तदान इनमें से सबसे बड़ा दान है। जरूरतमंद व्यक्ति को रक्तदान करके हम उसका जीवन बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज का युग विज्ञान का युग है। इस युग में नित नए आविष्कार हो रहे हैं। आदमी चांद तक पहुंच गया है, लेकिन इस दौर में भी रक्त का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने युवाओं का इस कार्य से जुड़ना अनुकरणीय है।
बीकानेर पश्चिम विधानसभा क्षेत्रा के विधायक डॉ. गोपाल कृष्ण जोशी ने कहा कि रक्त के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। एक रक्तदाता, दूसरे के जीवन की रक्षा करता है। उन्होंने कहा कि विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से रक्तदान करने और इसके लिए प्रेरित करने का क्रम अनवरत चलता रहना चाहिए, जिससे जरूरतमंद व्यक्ति की समय पर सहायता की जा सके। डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य ने आभार जताया तथा कहा कि संस्था के सामाजिक सरोकारों से जुड़े कार्य सराहनीय हैं।
समिति के संरक्षक सीताराम कच्छावा ने बताया कि संस्था के गठन का मूल उद््देश्य जरूरतमंद व्यक्तियों को आवश्यकता होने पर रक्त उपलब्ध करवाना है। संस्था द्वारा 2013 से प्रति वर्ष रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। प्रतिवर्ष सौ यूनिट से अधिक रक्तदान किया जाता है, जिसे जनहितार्थ ब्लड बैंक में जमा करवाया जाता है।
इससे पहले अतिथियों ने पीपाजी महाराज के चित्रा पर पुष्पांजलि तथा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत की। चिकित्सा मंत्राी तथा अन्य अतिथियों ने रक्तदान स्थल का अवलोकन कर रक्तदाताओं की हौसला अफजाई की। समिति अध्यक्ष विजयराज बड़गुजर ने बताया कि शिविर के दौरान 111 यूनिट रक्तदान किया गया तथा 25 रक्तदाताओं की सूची रिजर्व रखी गई है। ये रक्तदाता आवश्यकता के अनुसार रक्तदान करेंगे। शिविर में दो महिलाओं ने भी रक्तदान किया।
इस अवसर पर नंद किशोर सोलंकी, उपमहापौर अशोक आचार्य, पार्षद शिव कुमार रंगा, मंजू गोयल, मोहन सुराणा, युधिष्ठिर भाटी, महावीर रांका, पूर्व पार्षद अरविंद किशोर आचार्य, पवन सुराणा, जितेन्द्र सिंह राजवी, यशपाल गहलोत सहित समिति के पदाधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन रविन्द्र हर्ष ने किया। सांसद अर्जुन राम मेघवाल और महापौर नारायण चौपड़ा ने भी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर शिविर का अवलोकन किया।
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कर्मचारियों के विश्वास पर खरा उतरने को संकल्पबद्ध है सरकार:राठौड़
बीकानेर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्राी राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार ‘एम्प्लोई फं्रेडली’ सरकार है तथा संसाधनों की सीमितता और तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद कर्मचारियों के विश्वास पर खरा उतरने को संकल्पबद्ध है।
राठौड़ रविवार को गोपेश्वर बस्ती स्थित शिव पार्वति भवन में अखिल राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ एकीकृत के संभागीय महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्राी श्रीमती राजे कर्मचारी हितों को लेकर संवेदनशील हैं। उन्होंने कहा कि कर्मचारी वर्ग, सरकार का चेहरा है। किसी भी सरकार की सफलता की गगनचुम्बी इमारतों को खड़ा करने में कर्मचारी वर्ग, नींव का काम करता है। सरकार द्वारा गांव, गरीब और सभी वर्गों के लिए नीतियां बनाई जाती हैं और इन नीतियों का प्रतिपादन कर्मचारी वर्ग द्वारा ही किया जाता है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्राी ने कहा कि सरकार द्वारा सदैव कर्मचारी हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। दिसम्बर 2013 से अब तक 92 हजार 319 कर्मचारियों की पदौन्नतियां की गई हैं तथा 80 हजार 456 नियुक्तियां दी गई हैं। प्रोबेशन पीरियड़ में कर्मचारियों की वेतन वृद्धि की गई है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में लगभग 15 हजार संविदा कर्मियों को नियमित वेतन श्रृंखला में नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की सभी न्याय संगत मांगों को सर्वोच्च प्राथमिकता से लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने वर्ष 2008 में देशभर में सबसे पहले छठा वेतन लागू किया तथा सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें भी उसी तर्ज पर मानने की तैयारी की जा रही है।
सहकारिता मंत्राी अजयसिंह किलक ने कहा कि सरकार कर्मचारियों के सुख-दुःख में उनके कंधे से कंधा मिलाए खड़ी है तथा उनके हितों के प्रति सचेष्ट है। उन्होंने कहा कि भविष्य में मंत्राी मंडलीय उपसमिति की बैठकों का नियमित आयोजन करते हुए कर्मचारियों के हितों से संबंधित निर्णय लिए जाएंगे। संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने कहा कि सरकार द्वारा समय-समय पर कर्मचारी हितों से संबंधित ऐतिहासिक निर्णय लिए गए हैं, जो पूरे देश में मिसाल हैं। वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अबु बकर नकवी ने कहा कि राज्य सरकार कर्मचारियों की हितचिंतक सरकार है।
सांसद अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि सरकार और प्रत्येक जनप्रतिनिधि, कर्मचारियों के साथ हैं। उन्होंने इंजीनियरिंग कॉलेज में संविदा पर नियुक्त अशैक्षणिक कर्मचारियों को नियमित करने तथा कॉलेज की व्यवस्थाओं में और अधिक सुधार की मांग की। बीकानेर पश्चिम विधानसभा के विधायक डॉ. गोपाल कृष्ण जोशी ने सम्मेलन को कर्मचारियों का ‘महाकुंभ’ बताया तथा कहा कि सरकार द्वारा उनकी मांगों को सदैव सकारात्मकता से लिया जाता है। लूनकरनसर विधायक मानिक चंद सुराणा ने कहा कि एनआरएचएम के पैरामेडिकल स्टॉफ को सरकार द्वारा नियमित किया गया है। उन्होंने इसी तर्ज पर नॉन पैरामेडिकल स्टॉफ को भी नियमित करने का सुझाव दिया। महापौर नारायण चौपड़ा ने कहा कि सरकार द्वारा प्रत्येक कर्मचारी की बात को सकारात्मकता से लिया जाता है।
अखिल राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ एकीकृत के प्रदेशाध्यक्ष महेन्द्र सिंह ने कहा कि राजस्थान सरकार कर्मचारी हितों में अच्छी सोच रखने वाली सरकार है। स्वयं मुख्यमंत्राी श्रीमती राजे 24 घंटे कर्मचारियों के हितों के लिए तत्पर रहती हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गठित उपसमिति द्वारा लगातार संवाद बना हुआ है। मंत्राी मंडलीय उपसमिति द्वारा रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजा जाएगा। विश्वास है कि कर्मचारियों के पक्ष में निर्णय होंगे। उन्होंने कहा कि कर्मचारी वर्ग, सुशासन का आधार है। इस वर्ग के बिना विकास की परिकल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने कर्मचारियों को अनुशासन में रहकर अपनी बात सरकार के समक्ष रखने की सीख दी।
इस अवसर पर महासंघ के प्रदेश महामंत्राी संतोष विजय, संरक्षक शंकर पुरोहित सहित मनजीत कौर, आनंद पणिया, विजय सिंह, कमल अनुरागी, मनीष देराश्री आदि पदाधिकारियों ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन महासंघ के जिलाध्यक्ष भंवर पुरोहित ने किया।