बीकानेर । आचार्य तुलसी के महाप्रयाण की तिथि एवं दिनांक एक साथ आने पर आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान की ओर से दिनांक 18 एवं 19 जून को बीकानेर में आयोजित होने जा रहे ‘आचार्य तुलसी अन्तर्राष्ट्रीय शाॅर्ट फिल्म फेस्टिवल’ का उद्घाटन समारोह 18 जून को सुबह 8ः30 बजे गंगाशहर स्थित आशीर्वाद भवन में आयोजित होगा। इस दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय फेस्टिवल में भारत एवं अन्तरराष्ट्रीय देशों से प्राप्त 72 लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा।
फेस्टिवल निदेषक जैन लूणकरण छाजेड़ ने बताया कि आचार्य तुलसी शाॅर्ट फिल्म फेस्टिवल में भाग लेने के लिए भारत के अलावा बांग्लादेश, ईरान, स्पेन, अमेरिका, इंग्लेंड, बेल्जियम, फ्रांस इत्यादि देषों की अधिकतम 20 मिनट की 150 से अधिक लघु फिल्मों ने आवेदन किया था जिसमें से 70 फिल्मों को प्रदर्शन हेतु स्वीकार किया गया है। फेस्टिवल प्रवक्ता प्रज्ञा नौलखा के अनुसार फेस्टिवल में ईरान की फिल्म ‘द साल्ट मेन’, कनाडा की फिल्म ‘लाॅस्ट’, अमेरिकन फिल्म ‘रिफ्यूजी केम्प’, स्पेनिश फिल्म ‘द बाॅल आॅफ वूल’ के अलावा बंगाली फिल्म ‘आईना’, हिन्दी फिल्म ‘जून’ फेस्टिवल व नागपुर से सुरभी पुरोहित द्वारा निर्देशित फिल्म ‘उपाय’ मुख्य आकर्षण रहेगी। नैतिकता, अहिंसा, सद्भावना, पर्यावरण, शांति, सामाजिक रूढियां, ध्यान, नषा मुक्ति एवं आचार्य तुलसी विषयों पर बनी इन फिल्मों का प्रदर्शन 18 एवं 19 जून को आषीर्वाद भवन आॅडीटोरियम में किया जाएगा। फेस्टिवल सचिव जतन दुग्गड़ ने बताया कि आशीर्वाद भवन को हाल ही में फिल्म प्रदर्षन एवं अन्य कार्यक्रमों हेतु साउण्ड प्रुफ एवं सुसज्जित किया गया है।
संयोजक गोपाल सिंह चैहान के अनुसार फेस्टिवल में निर्णायक के रूप में हिन्दी फिल्मों के प्रसिद्ध लेखक रामकुमार सिंह बीकानेर आ रहे हैं। रामकुमार सिंह ने चन्द्रप्रकाष द्विवेदी की प्रसिद्ध हिन्दी फिल्म ‘जेड प्लस’ की पटकथा लिखी है। उनके साथ हिन्दी फिल्म ‘चूुटकी बजा के’ के सह लेखक एवं अनेकों राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त राजस्थानी की प्रसिद्ध फिल्म ‘भोभर’ के निर्देषक गजेन्द्र श्रोत्रिय, ‘लीप आॅफ फेथ’ के निदेषक शमी नंदा और मिडियाकर्मी अशोक संचेती भी फेस्टिवल के निर्णायकों के रूप में बीकानेर आ रहे हैं।
फेस्टिवल कमेटी सदस्य पी.सी. तातेड़ ने बताया कि फेस्टिवल में भाग लेने के लिए भारत के विभिन्न शहरों के 40 से अधिक फिल्म निर्देषकों के अलावा बांग्लादेश के फिल्म निर्देशक भी बीकानेर पहंुच रहे हैं। फिल्म फेस्टिवल में शार्ट फिल्मों के अलावा डाॅक्यूमेंटरी तथा ऐनिमेशन में बनी फिल्में भी दिखाई जाएगी, जिसमें प्रत्येक श्रेणी में प्रथम एवं द्वितीय पुरस्कार के रूप में क्रमषः 11000 रु एवं 5000 रु के अलावा प्रमाण पत्र एवं ट्राॅफी भी प्रदान की जाएगी।