

– हर 25 मकानों में से एक मकान में बिजली सप्लाई का केंद्र, इंजीनियरों के हो रहे मजे
हरीश गुप्ता
जयपुर। जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के बिजली चोरी के दावे पृथ्वीराज नगर (पीआर एन) में आकर पूरी तरह फेल हो जाते हैं। निगम को पता ही नहीं यहां हर 20-25 घरों में से एक घर में विद्युत सप्लाई केंद्र बना हुआ है। यह केंद्र 2 गुने दाम पर बिजली सप्लाई करता है। इन सब में सीधी मिलीभगत क्षेत्रीय इंजीनियर की होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।




सूत्रों ने बताया कि विभाग में मलाईदार पोस्टिंग औद्योगिक क्षेत्र की मानी जाती रही है, लेकिन पीआरएन क्षेत्र की पोस्टिंग तो मलाई और मक्खन दोनों वाली है। थोड़े दिन भी जो यहां रह गया उसके दिन फिर जाते हैं। सवाल उठता है भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की नजरों से ऐसे लोग आज तक कैसे बचे हुए हैं? एसीबी को उन सभी की संपत्तियां चेक करनी चाहिए जो ऐसी जगह नौकरी कर चुके हैं।


सवाल सबसे बड़ा खड़ा होता है कि आखिर मकान बन कैसे गए? जेडीए, नगर निगम और पुलिस के अधिकारी कौन-कौन है जिन्होंने ‘भेंट’ लेकर मकान बनने दिए? उनके खिलाफ आज तक कुछ नहीं हुआ।
जानकारी के मुताबिक पृथ्वीराज नगर में लोगों में चर्चाएं इस बात की होती है, ‘यहां कोई जेवीवीएनएल नहीं, सैकड़ों बिजली सप्लाई के केंद्र बने हुए हैं, जो 20 से 25 घरों में सप्लाई देते हैं। हर बिजली सप्लाई वाला अपने घर का ‘एमडी’ है।
