बीकानेर, । वरदान हाॅस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर में रविवार को भिजीत मुर्हूत में पी.बी.एम.अस्पताल के पूर्व अधीक्षक एवं शिशु एवं बाल विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर डाॅ.पी.के.बेरवाल व बाल रोग विशेषज्ञ डाॅ.नरेन्द्र पारीक, उप अधीक्षक ट्रेफिक पुलिस अंजुम कयाल, हाईकोर्ट जयपुर क लीगल आॅफिसर अमित कुमार व दिल्ली के मनोवैज्ञानिक चिकित्सक स्पीच व बिहेयवियर थैरापिस्ट डाॅ.हेमंत कुमार व अस्पताल के प्रमुख चिकित्सक डाॅ.सिद्धार्थ असवाल ने ईस वंदना से ’बिहेयवियर मोडिफिकेशन’’ सेंटर का शुभारंभ किया । इस अवसर पर दिल्ली की मनोवैज्ञानिक डाॅ.तमन्ना, डाॅ.यशी यादव, सुनील कुल्हरी वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ.विनोद असवाल व कान,नाक व गला रोग विशेषज्ञ डाॅ.अविरल असवाल आदि मौजूद थे।

जयनारायण व्यास काॅलोनी के आई.टी.आई. चैराहा के पास स्थित वरदान अस्पताल में शुरू हुए ’’बिहेयवियर मोडिफिकेशन’’ ’सेंटर के उद्घाटन पर डाॅ.पी.के.बेरवाल ने कहा कि अभिभावकों मंे बच्चों के प्रति विशेष सजगता है। बीकानेर में विशेषज्ञ चिकित्सकों के सहयोग से खुले इस केन्द्र मे ंपढ़ने की असक्षमता को दूर करने, बच्चों को बोलने, समझने व जानने की परेशानी को दूर करने, शारीरिक व मानसिक विकास करने, चलने-फिरने में परेशानी को दूर करने, अति चंचलता को नियंत्रित करने और कमजोर यादाश्त को बढ़ाने का उपचार किया जाएगा । राजस्थान सरकार का चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर बच्चों के बेहतरीन चिकित्सा एवं विकास के लिए कार्य कर रहा है। बढ़ती जन संख्या व साधनों के सीमित होने के कारण निजी अस्पताल सेवा भावना से बच्चों की चिकित्सा व उनके विकास में मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए कार्य करें।
डाॅ.श्याम अग्रवाल बाल एवं शिशु रोग अस्पताल के बाल रोग चिकित्सक डाॅ.नरेन्द्र पारीक ने कहा कि वर्तमान में सीमित संख्या में बच्चों के होने से अभिभावक उनके स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सर्वागींण विकास के लिए सजग है। शारीरिक, मानसिक व आर्थिक कारणों से कई बच्चों का सम्पूर्ण विकास नही होता है। नये इस केन्द्र में बच्चों की शारीरिक व मानसिक कमियों को दूर होगा।

इसके लिए नगरवासियों को अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा यहीं विशेषज्ञ चिकित्सकों को सुविधाएं मिल जाएंगी।
वरदान अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र के मनोरोग चिकित्सक डाॅ.सिद्धार्थ असवाल ने कहा कि बीकानेर के बच्चों को दिल्ली, जयपुर व देश के अन्य स्थानों के चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध करवाकर उनकी हर शारीरिक व मानसिक चिकित्सा की जाएगी। दिल्ली के डाॅ.हेमंत कुमार ने कहा कि वर्तमान में बच्चों के कार्य, व्यवहार व शारीरिक एवं मानसिक विकास में अनेक समस्याएं दृष्टिगोचर होती है। समय पर ईलाज ही करवाने पर बड़े होने पर बच्चों में यह समस्याएं काफी जटिल होकर समस्याएं पैदा करती है। बच्चों का समय पर ईलाज करवाने पर ही स्वस्थ, बेहतर किशोर व युवा बनकर परिवार, समाज व देश की सेवा कर सकेंगे। बच्चों के देरी से बोलने, सीखने तथा उनके सम्पर्ण व्यक्तित्व व शारीरिक विकास के लिए ईलाज किया जाएगा। कमियों के कारण घुटन भरी जिन्दगी जीने वाले बच्चों को नया जीवन मिलेगा तथा उनके अभिभावकों को काफी राहत मिलेगी।