जयपुर । राजस्थान में लूट मचाने वाली मल्टीस्टेट क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटीज (Multistate Credit Cooperative Society) पर अब राज्य सरकार शिकंजा कस सकेगी. केंद्रीय रजिस्ट्रार राज्य के डिप्टी रजिस्ट्रार को कार्रवाई के लिए शक्तियां दे सकते हैं, जिसके बाद जनता पैसा लूटने वाली सोसायटीज की संपत्तियां और बैंक अकाउंट सीज कर उन्हे लौटाया जाएगा. अभी इन सोसायटीज की कार्रवाई की शक्तियां केवल केंद्रीय रजिस्ट्रार को ही है, लेकिन ज़ी मीडिया को यह एक्सक्लूसिव जानकारी मिली है कि जल्द ही केंद्र सरकार राज्य में डिप्टी रजिस्ट्रार्स को पॉवर दिए जाएंगे।
– केंद्र देगा शक्तियां, तब खुलेंगे राज्य के हाथ
देशभर में मल्टीस्टेट क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटीज ने आम जनता को जमकर चूना लगाया, जिसके बाद निवेशकों को करोडो रूपए डूब गया.लूट के सालभर बीतने के बाद भी इन सोसायटीज से डूबा हुआ पैसा नहीं मिल पाया. वजह ये थी कि मल्टीस्टेट सोसायटीज पर पर केवल केंद्रीय रजिस्ट्रार ही कार्रवाई कर सकता है, लेकिन राजस्थान में लूट का दायरा बढा होने के कारण अब केंद्रीय रजिस्ट्रार ने राज्य के डिप्टी रजिस्ट्रार को शक्तियां देने की तैयारी कर ली है. जल्द ही केंद्रीय रजिस्ट्रार राज्य को लूट मचाने वाली मल्टीस्टेट सोयायटीज पर कार्रवाई के लिए पॉवर देगा.ताकि इन सोयायटीज के फर्जीवाडे पर लगाम लगाई जा सके और जनता को पैसा उन्हें मिल सके।
क्या फायदा होगा राज्य को शक्तियां मिलने से- केंद्रीय रजिस्ट्रार द्धारा राज्य को पॉवर दिए जाने के बाद फर्जीवाडा करने वाली मल्टीस्टेट सोसायटीज पर शिकंजा कसा जा सकेगा:
ऐसी सोसायटीज पर डिप्टी रजिस्ट्रार इस्तगासा दायर कर उस पर दबाव बनाया जा सकेगा. यानि कानूनी लडाई लडकर निवेशकों को इंसाफ दिलाया जा सकेगा. इस अधिकार से लूट मचाने वाली मल्टीस्टेट सोसायटीज के बैंक अकाउंट और संपत्तियां सीज की जा सकेगी।
– राजस्थान में मल्टीस्टेट सोसायटीज की जमकर लूट-सोसायटी के नाम , गबन राशि:
आदर्श सोसायटी 15000 करोड खेतेश्वर सोसायटी 150 करोड सुंदरम सोसायटी 13 करोड अर्बुदा सोसायटी 40 करोड ओपेश्वर सोसायटी 10 करोड पुष्टिकर साख समिति करोडो अमरदीप सोसायटी करोडो
– केंद्रीय रजिस्ट्रार का आश्वासन
केंद्रीय रजिस्ट्रार ने वीडियों कांफ्रेसिंग में राज्य के सहकारी रजिस्ट्रार मुक्तानंद अग्रवाल को ये आवश्वासन दिया है कि जल्द से जल्द इन सोसायटीज के लिए बडा फैसला लिया जाएगा, ताकि जनता का लूटा हुआ पैसा उन्हें वापिस मिल सके ।