–धर्म के सबसे बड़ा महानायक बाबा धर्मराज
त्रिवेणीगंज। प्रखंड अंतर्गत जदिया उच्च विद्यालय मैदान परिसर में बुधवार को 58 वां वार्षिक अधिवेशन-सह-जिला स्तरीय लोकगाथा भगैत महासम्मेलन का विधि-विधान पूर्वक शुभारंभ अखिल भारतीय लोकगाथा भगैत महासभा के प्रवक्ता डॉ. अमन कुमार के द्वारा फीता काटकर व दीप प्रज्वलित कर किया गया। जिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रवक्ता डॉ. अमन कुमार ने कहा कि संस्कृति ही किसी समाज और देश का प्राण है। भगैत भारतीय संस्कृति और सभ्यता की सर्वोतम प्रहरी है। लोकगाथा भगैत समाज की किसी वर्ग, धर्म, जाति या व्यक्ति विशेष से संबंधित नहीं है बल्कि सम्पूर्ण समाज की धरोहर है। भगैत से साहित्य, संस्कृति व महापुरुषों के इतिहास एवं विचारों की जानकारी मिलती है। डॉ. कुमार ने कहा कि भक्ति का अर्थ केवल ईश्वर का नाम रटना मात्र नहीं है बल्कि ईश्वर के ज्ञान, न्याय, दया, परोपकार आदि गुणों को धारण कर उसका ध्यान करना भक्ति है।ईश्वर ने धरती पर लड़ाई- झगड़ा करने के लिए नहीं भेजा है।बल्कि आम आवाम के साथ मिलकर अच्छे अच्छे काम करने के लिए भेजा है। कहा कि मानवता इंसान का सबसे बड़ा धर्म है।जिस व्यक्ति के अंदर इंसानियत नहीं है वह किसी भी धर्म को अपनाने के लायक नहीं है।

अखिल भारतीय भ्रमणशील धर्म यज्ञ भगैत महासभा के महन्त यागेश्वर प्रसाद यादव ने कहा कि समाज में जनचेतना के दृष्टिकोण से भगैत सबसे बड़ा सामाजिक व धार्मिक आन्दोलन है। भगैत सामाजिक शुद्धता एवं धर्मनिरपेक्षता के लिए वरदान साबित हुई है।मानव को कोई भी चीज क्रोध से नहीं प्रेम से जितनी चाहिए।जो व्यक्ति क्षमा को धारण करता है वह महान बन जाता है। उपमहन्त सिकेन्द्र यादव ने कहा कि धर्मराज का असली अर्थ धर्म को पालन करने वाला राजा होता है।बाबा बेनी पनियार के स्मरण मात्र से माल-मवेशी के संकट दूर हो जाते है। वहीँ अन्दु पनियार के स्मरण मात्र से कुल खानदान सदैव हरा-भरा रहता है। वार्षिक सभापति ब्रह्मदेव यादव ने कहा कि संत कारू खिरहरी का पूजा अर्चना करने से माल मवेशी निरोग और मानव का कल्याण होता है। धर्मराज की कथा सुनने,-सुनाने और अमल करने के बाद इंसान सीधे स्वर्ग जाते हैं।आचार्य रामजी दास ने कहा कि दुनियां में धर्मो व पंथो की भरमार है फिर भी मानव तनाव और दुखों में जीने को मजबूर है।इसपर चिंतन करने की आवश्यकता है।251 बालिकाओं के द्वारा कलश यात्रा निकालकर पंचायत का भ्रमण किया गया ।सम्मेलन में मुखिया श्याम यादव,महासभा सचिव सत्यनारायण यादव, कोषाध्यक्ष धनिकलाल यादव, मंत्री देव नारायण यादव, मासिक सभापति उमेश यादव, डोमी यादव, अनंत यादव, कर्पूरी यादव,महात्मा गजेन्द्र यादव,परमानंद कुमार पप्पू, आशीष ठाकुर,रामजी यादव,महेन्द्र यादव, उमेश यादव, भूमी यादव, उपेन्द्र मेहता, अजय यादव, कालेश्वर यादव, मनोज कुमार यादव आदि उपस्थित थे।