नागौर, (दिनेश शर्मा “अधिकारी “)”लड़कियों को कोई लाड़ प्यार नहीं करता है. जब घर में लड़के का जन्म होता है तो उत्सव मनाया जाता है. बच्चियों के जन्म पर कोई कुछ नहीं करता, बल्कि पूरा घर नाराज़ हो जाता है. कई बार तो लोग डॉक्टरी जांच करा कर बच्चियों को कोख में ही मरवा देते हैं.”
यह बड़े गर्व और ख़ुशी के साथ ” स्वतंत्र पत्रकार दिनेश शर्मा अधिकारी को बताया किसान मदन प्रजापत.”
उन्हें ख़ुशी इस बात की है कि उनके परिवार में 35 साल बाद लड़की का जन्म हुआ है और गर्व इस बात का कि इस ख़ुशी को उन्होंने एक उत्सव की तरह मनाया. आज उनके गांव से लेकर राजस्थान भर में उनकी एक प्रेरणीय पहल की चर्चा है.
मदन प्रजापत ने क्या किया
राजस्थान में नागौर ज़िले के नीम्बड़ी चांदवता गांव के 55 वर्षीय किसान मदन प्रजापत के परिवार में 35 साल बाद बेटी का जन्म हुआ है. वो बताते हैं कि उनके एक बेटी और एक बेटा है.