झारखंड हाईकोर्ट के जज रह चुके है गोनौली निवासी मिश्र

सीबीआई कोर्ट में बतौर जज चारा घोटाले की भी सुनवाई कर चुके हैं

रिपोर्ट – अनमोल कुमार नई दिल्ली : मधुबनी जिला के गोनौली गांव के निवासी हरिश्चन्द्र मिश्र दिल्ली के लोकायुक्त नियुक्त किए गए हैं। 15 मार्च को जारी अधिसूचना के अनुसार दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) हरिश्चन्द्र मिश्र को लोकायुक्त नियुक्त किया। दिसंबर 2020 में रेवा खेत्रपाल के सेवानिवृत्त होने के बाद से दिल्ली में लोकायुक्त का पद रिक्त था। न्यायमूर्ति मिश्र अपना कार्यभार ग्रहण करने की तारीख से 5 साल के लिए इस पद पर रहेंगे। हरिश्चन्द्र मिश्र गोनौली के प्रतिष्ठित परिवार से संबंध रखते हैं। उनके दादा स्वर्गीय सिद्धिनाथ मिश्रा प्रसिद्ध समाजसेवी थे और राय साहब की उपाधि से विभूषित थे। लोकायुक्त हरिश्चंद्र मिश्र के पिता स्व. विश्वनाथ मिश्र पटना हाई कोर्ट के जज थे। 27 मार्च 1959 को जन्मे जस्टिस हरिश्चंद्र मिश्र ने 1974 में पटना हाई स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा पास की और उसके बाद टीएनबी कॉलेज, भागलपुर से आईएससी और जमशेदपुर के को-ऑपरेटिव कॉलेज से ग्रैजुएशन किया। इसके बाद पटना लॉ कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई की। 1984 में वह पटना हाई कोर्ट में वकालत करने लगे।1997 में बिहार सुपीरियर ज्यूडिशयल सर्विस परीक्षा में सेकेंड टॉपर रहे और छपरा के अतरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश बन गए। हरिश्चंद्र झा बिहार के बंटवारे के बाद वह झारखंड कैडर में चले गए और सीबीआई कोर्ट के जज के रूप में चारा घोटाले के मामलों की भी सुनवाई की। वे 2002 से 2005 तक देवघर में पोस्टेड रहे। इसके बाद वह चाईबासा के जिला एवं सत्र न्यायाधीश और फिर झारखंड हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल बन गए।