बीकानेर ।गजल सम्राट तलत महमूद की 24 वीं पुण्य तिथि पर सद्भावना संगीत कला केंद्र द्वारा टाउनहोल में संगीत का कार्यक्रम “तेरी आँख के आंसूं पी जाऊं” का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में तलत महमूद की लोकप्रिय गजलों को गायक इकरामूदीन कोहरी ने अपने सुरों में प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया |

      कार्यक्रम में अपनी मौलिक धुनों के लिए प्रसिद्ध संगीतज्ञ श्री लक्ष्मीनारायण सोनी का सम्म़ान किया गया |  कथाकार अशफाक कादरी ने संगीतज्ञ लक्ष्मीनारायण सोनी के व्यक्तित्व-कृतित्व पर प्रकाश डालते कहा कि  गायन एवं तबले में उच्च शिक्षित संगीत साधक सोनी आकाशवाणी के सुगम संगीत (भजन-गीत-गजल) में बी.ग्रेड  कलाकार हैं जिन्होनें देश के सभी प्रमुख बड़े शहरों में संगीत प्रस्तुतियां दी है |  दिल्ली के लाल किले एवं संसद भवन के सेन्ट्रल होल, प्रधान मंत्री निवास के साथ सिंगापुर, थाईलैंड, एवं नेपाल में सोनी के सुमधुर कंठ की खूब तारीफ़ हुई | 

       अभिनंदन पत्र का वाचन करते हुए कवि-कथाकार राजाराम स्वर्णकार ने कहा कि लक्ष्मी नारायण सोनी ने अनेक नृत्य नाटिकाओं का लेखन एवं निर्देशन किया जिनमें आया मसीहा, राई का दाना, यशोधरा, शकुन्तला, सागर मंथन, कल्लू का सपना, सब्जी मंडी, गदर से गांधी तक को आज भी लोग याद करते हैं | आपने कई राजस्थानी फिल्मों में अभिनय भी किया है | वर्ष 2006 में दुर्घटना के पश्चात आपकी मधुर आवाज कहीं खो गई | गले पर चोट लगने के कारण वोकल कार्ड डैमेज होने से आवाज बिलकुल बंद हो गई थी जिसे एम्स दिल्ली के डॉक्टरों की अथक मेहनत से वापस लाई जा सकी मगर तीन या चार सुरों से अब आप ऊपर नहीं गा सकते | फिर भी युवाओं के आप मार्गदर्शक हैं | 

          कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भारत प्रकाश श्रीमाली थे । कार्यक्रम में  एम रफीक कादरी, नवल सिंह खंगारोत, हेमलता तिवारी, नवल गोयल, सिद्धार्थ, महेश खत्री ने तलत महमुद के गीतो को पेश किया । कार्यक्रम में सूचित जैन ने जादू के मनोरंजक खेल दिखाए । कार्यक्रम का संचालन नवल गोयल ने किया ।