एस एन श्याम / अनमोल कुमार

पटना ।राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के घर शुक्रवार को सीबीआई की छापामारी ने बिहार के राजनीतिक गलियारे में सियासी की तपिश बढ़ा दी है ।
सीबीआई ने रेलवे भर्ती घोटाला को लेकर लालू प्रसाद के कुल 17 स्थानों पर एक साथ छापामारी किया ।इसमें बिहार के पटना और गोपालगंज में तीन जगहों पर भी छापामारी हुई ।
इस छापामारी में गोपालगंज में सीबीआई ने लालू प्रसाद के दो रिश्तेदारों को पकड़ा है ।,जिनके पास से काफी संख्या में पासबुक रेलवे भर्ती के कागजात और अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं । भाजपा इसे लालू प्रसाद के कुकृत्य का नतीजा बता रही है वही जनता दल यू ने पूरी तरह चुप्पी साध रखा है।
सीबीआई की पटना टीम ने शुक्रवार की सुबह लगभग 6:00 बजे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर अचानक छापा मार दिया इस दरमियान लालू के बड़े बेटे और राजद के विधायक तेजप्रताप भी रवि देवी आवास में ही थे जानकारों के अनुसार सीबीआई ने राबड़ी देवी और तेज प्रताप को अलग-अलग कमरों में बिठाकर उनसे घंटों पूछताछ किया इस दरमियान राबड़ी आवास के भीतरी परिसर के तमाम पर एक फोन लाइन काट दिए गए और स्टाफ सहित सभी के मोबाइल फोन जब कर लिए गए लगभग 8 घंटे से भी ज्यादा पूछताछ चली इस पूछताछ में सीबीआई के अधिकारी रेलवे भर्ती घोटाला के कागजात और उससे जुड़ी जानकारी की मांग कर रहे थे गौरतलब है कि लालू प्रसाद 2004 से 2009 तक केंद्र सरकार में भारत के रेल मंत्री थे और इस दरमियान ही उन्होंने तुम मुझे जमीन दो मैं तुम्हें नौकरी दूंगा किस शर्त पर रेलवे में ग्रुप डी में काफी लोगों को सीधे तौर पर भर्ती कर लिया था बिहार के पूर्व मंत्री और लालू प्रसाद के करीबी दोस्त शिवानंद तिवारी वर्तमान में जनता दल यू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने उस दरमियान देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को व्यक्तिगत रूप से पत्र देकर इस मामले की जांच की मांग की थी।
पटना में राबडी आवास के साथ ही गोपालगंज में भी लालू प्रसाद के पैतृक गांव और उनके नाते रिश्तेदारों के यहां भी सीबीआई ने छापामारी किया और सबको खंघाला
लालू प्रसाद के ससुराल फुलवरिया के सरायकेला में भी सीबीआई ने छापा तो जरूर मारा लेकिन उनके ससुराल में राबड़ी देवी के भतीजे की मौत से मातम छाने के कारण वहां तलाशी नहीं ली गई ।सीबीआई ने गोपालगंज के उचकागांव थाना के इटावा में लालू प्रसाद के नजदीकी रिश्तेदार के यहां छापा मारा। जहां से काफी संख्या में पासबुक, रेलवे भर्ती से जुड़े कागजात, दस्तावेज बरामद किए गए ।सीबीआई ने इस मामले में लालू के रिश्तेदार हृदयानंद यादव और देवानंद यादव को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है।
जानकार बताते हैं कि लालू जब रेल मंत्री थे यह सभी रिश्तेदार ट्रांसपोर्टर का काम करते थे । इन के माध्यम से बड़े पैमाने पर भर्ती घोटाला को अंजाम दिया गया था। इस छापामारी के विरोध में राजद कार्यकर्ताओं ने दिन भर राबड़ी आवास के बाहर हल्ला हंगामा करते रहे। सीबीआई के खिलाफ नारेबाजी कर धरना भी दिया गया तथा सीबीआई का पुतला भी जलाया गया। राजद कार्यकर्ताओं के हंगामे के कारण राबड़ी आवास एवं उसके आसपास के इलाके में देर रात तक अफरातफरी का माहौल रहा
बहरहाल इस छापामारी को लेकर बिहार का सियासी पारा गरम है। भाजपा के सांसद सुशील मोदी इसे लालू के कुकृत्य का नतीजा बता रहे हैं। सुशील मोदी का तो दावा है कि वर्तमान में लालू प्रसाद 141 भूखंडों के मालिक है
वहीं दूसरी ओर जनता दल यू ने इस मामले पर पूरी तरह मौन साध रखा है
जेडीयू के किसी भी नेता या प्रवक्ता का बयान संवाद लिखे जाने तक नहीं आया था ।