2 दिन जंगल में पड़ी रही लाश; 58 केस दर्ज थे, गैंगवार में मरने का अंदेशा


झालावाड़। मध्य प्रदेश के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर मुख्तार मलिक की राजस्थान में गैंगवार में मौत हो गई। मछली की ठेकेदारी के वर्चस्व की लड़ाई में झालावाड़ के जंगलों में बंटी गैंग की ओर से हुई फायरिंग में मलिक के मरने की संभावना जताई जा रही है।
पुलिस को दो दिन बाद शुक्रवार को असनावर के जंगलों में गैंगस्टर घायल अवस्था में मिला। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
असनावर थाना पुलिस ने बताया कि दोनों गैंग के बीच भीमसागर बांध के कैचमेंट एरिया में मछली पकड़ने को लेकर विवाद था। इस दौरान मंगलवार देर रात को दोनों गैंग की ओर से फायरिंग हुई, जिसमें मलिक के साथी कमल मीना की मौत हो गई थी। वहीं, उसका एक साथी विक्की और खुद मुख्तार लापता थे।
डीएसपी गिरधर सिंह ने बताया कि मलिक और उसका साथी विक्की मंगलवार आधी रात से ही लापता थे। उसकी तलाश में पुलिस ने जंगलों और नदी में सर्च ऑपरेशन चला रखा था। माना जा रहा था कि मुख्तार कहीं फरार हो गया है, लेकिन शुक्रवार सुबह पुलिस को सूचना मिली कि मलिक असनावर के जंगलों में है। पुलिस लगभग 2 किलोमीटर पैदल चलकर पहुंची तो गैंगस्टर घायल अवस्था में पड़ा हुआ मिला।