नई दिल्ली,,(दिनेश शर्मा”अधिकारी “)। सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड पूरे देश-विदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है| इसलिए पंजाब पुलिस पर और ज्यादा दवाब बढ़ गया है कि वह जल्द से जल्द इस मामले को सुलझाए| फिलहाल, पंजाब पुलिस की तरफ से अब सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में एक बड़ा खुलासा किया गया है| दरअसल, एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स के प्रमुख प्रमोद बान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हत्याकांड पर हुई अबतक की कार्रवाई पर बड़ी जानकारी दी है|
ए जी टी एफ प्रमुख प्रमोद बान के मुताबिक, सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की प्लानिंग पिछले साल से की जा रही थी| यह बात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने पूक्षताक्ष में कबूली है| लॉरेंस ने पूक्षताक्ष में बताया कि सिद्धू की हत्या करने की प्लानिंग अचानक नहीं बनाई गई बल्कि पिछले एक साल से उसकी हत्या का खाका तैयार किया जा रहा था| गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को दिल्ली की तिहाड़ जेल से पंजाब लाया गया है| जहां उससे पूक्षताक्ष की जा रही है| । हत्याकांड की जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ही ली है| लॉरेंस बिश्नोई के पुलिस गिरफ्त में होने के चलते गोल्डी बराड़ ही पूरा गैंग चला रहा है| मूसेवाला की हत्या के बाद गोल्डी बराड़ ने फेसबुक पर पोस्ट डालकर कहा था कि उसने ही सिद्धू को मरवा दिया है|
अबतक पंजाब पुलिस ने 13 को किया गिरफ्तार…
इसके साथ ही AGTF प्रमुख प्रमोद बान ने जानकारी देते हुए बताया कि सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में एक ताजी गिरफ्तार और की गई है| पंजाब पुलिस ने बलदेव उर्फ निक्कू को गिरफ़्तार किया है जो सिद्धू की रेकी करने में ‘केकड़ा’ के साथ शामिल था| प्रमोद बान ने बताया कि बलदेव उर्फ निक्कू हरियाणा के सिरसा का रहने वाला है। उसका काम रेकी करना, शूटरों के सीधे संपर्क में रहने वाले षडयंत्रकारियों को सूचना देना था। पिछले कई मामलों में उसका नाम है| इस तरह से अब तक कुल 13 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है|
28 साल की उम्र में हुई सिद्धू मूसेवाला की हत्या ….
ज्ञात रहे कि, 29 मई को 28 साल के सिद्धू मूसेवाला की मानसा जिले के जवाहर गांव के नजदीक हत्या कर दी गई थी| कारों में सवार होकर आये बदमाशों ने सिद्धू मूसेवाला को गोलियों से छलनी-छलनी कर डाला था| बदमाशों ने सिद्धू मूसेवाला की थार गाड़ी पर साइड और सामने से कई राउंड फायर किये थे| स्थिति का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि बदमाशों ने सिद्धू को सीट से हिलने तक का मौका नहीं दिया| सिद्धू सीट पर बैठे के बैठे रह गए| सिद्धू मूसेवाला को मारने के लिए तमाम पिस्टलों के साथ AK 47 का इस्तेमाल किया गया|