-राजस्थान मध्य प्रांत ने प्राप्त किया प्रथम स्थान
– विजेता दल आगरा में आयोजित केंद्र स्तरीय प्रतियोगिता में करेगी सहभागिता
डीडवाना(लोकेश अग्रवाल)।भारत विकास परिषद द्वारा आयोजित राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता राष्ट्रीयता एवं मानवीयता के मूल संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का सांस्कृतिक माध्यम है। देवभाषा संस्कृत, राष्ट्रभाषा हिन्दी एवं प्रांतीय भाषाओं के सुंदर समागम के रूप में इस प्रतियोगिता ने अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। यह विचार भारत विकास परिषद डीडवाना राजस्थान उत्तर प्रान्त की ओर से आयोजित क्षेत्र स्तरीय राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता 2023 के शुभारंभ समारोह के अध्यक्ष महेश बाबू गुप्ता ने व्यक्त किए। प्रतियोगिता के केंद्रीय पर्यवेक्षक संतोष गुप्ता ने नियमों की घोषणा के साथ प्रतियोगिता के महत्त्व पर प्रकाश डाला। उत्तर पश्चिम क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष दुर्गादत्त शर्मा ने प्रतियोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। आयोजक प्रान्त के अध्यक्ष रितेश अरोड़ा ने स्वागत उद्बोधन देते हुए सभी का भावभीना अभिनंदन किया। डीडवाना शाखा के सचिव सुरेंद्र सोनी ने बताया कि कुल 7 प्रांतीय दलों में प्रतियोगिता में सहभागिता की। प्रत्येक दल ने 3-3 प्रस्तुतियां दीं। एक हिंदी, एक संस्कृत एवं एक लोकगीत की प्रस्तुति हुई। सम्पूर्ण राजस्थान के कोने-कोने से से आए प्रतिभागियों ने सरस एवं उम्दा प्रस्तुतियां दीं। क्षेत्रीय महासचिव डॉ. त्रिभुवन शर्मा ने परिणामों की घोषणा करते हुए बताया कि हिंदी एवं संस्कृत गीतों में राजस्थान मध्य प्रान्त की ओर से प्रतिनिधित्व कर रही “सेंट्रल एकेडमी सीनियर सैकंडरी स्कूल, भीलवाड़ा” ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं राजस्थान उत्तर प्रान्त की ओर से प्रतिनिधित्व कर रही स्वामी रामानंद मेमोरियल इंटरनेशनल स्कूल हनुमानगढ़ ने द्वितीय स्थान पर कब्जा किया तथा उत्तरपूर्व प्रान्त की ओर से प्रतिनिधित्व कर रही टैगोर पब्लिक स्कूल जयपुर की टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। पश्चिम प्रान्त, पूर्व प्रांत एवं दक्षिण प्रान्त एवं दक्षिण-पूर्व प्रान्त की टीमो को प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किया गया। शाखा के मीडिया प्रभारी लोकेश अग्रवाल ने बताया कि लोकगीतों की प्रस्तुति में प्रथम स्थान टैगोर पब्लिक स्कूल जयपुर (उत्तर पूर्व प्रांत) ने कब्जा जमाया वहीं द्वितीय स्थान पर सेंट्रल एकेडमी सीनियर सेकंडरी भीलवाड़ा(मध्य प्रान्त) तथा तृतीय स्थान पर सर पदमपत सिंघानिया स्कूल कोटा (दक्षिण पूर्व प्रान्त) ने कब्जा जमाया।
पुरस्कार वितरण एवं समापन समारोह में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग प्रचारक गिरधारी ने राष्ट्रीय भावधारा को प्रवाहमान करने में भारत विकास परिषद की भूमिका पर पाथेय प्रदान किया वहीं लघु उद्योग भारती के ओमप्रकाश मित्तल ने सेवा धर्म को परम धर्म बताया। डीडवाना शाखा वित्तसचिव बालमुकुन्द बगड़िया ने बताया कि कार्यक्रम में सहयोग करने वाले भामाशाहों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम में क्षेत्रीय संयुक्त महासचिव विनोद आढ़ा, क्षेत्रीय सचिव विनोद सेन, क्षेत्रीय सचिव नृत्यगोपाल मित्तल, प्रांतीय महासचिव विश्वबंधु गुप्ता ने विचार व्यक्त किये। प्रतियोगता निर्णायक के रूप में आकाशवाणी गायक डॉ. हरिबंश राही, शास्त्रीय संगीत गायक प्रवीण पंकज एवं लोकगायक राजेन्द्र पसारी ने अपनी सेवाएं दीं। कार्यक्रम संयोजक एडवोकेट राजेन्द्र कुमार माथुर ने आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ गजादान चारण ने किया। कार्यक्रम राष्ट्रगीत के साथ शुरु एवं राष्ट्रगान के साथ संपन्न हुआ।