चिकित्सकीय पेशा मानवीय संवेदना से जुड़ा होना चाहिए : रिणवा
चिकित्सकीय पेशा मानवीय संवेदना से जुड़ा होना चाहिए : रिणवा
चिकित्सकीय पेशा मानवीय संवेदना से जुड़ा होना चाहिए : रिणवा

बीकानेर । वन, पर्यावरण एवं खान मंत्राी जिला प्रभारी मंत्राी राजकुमार रिणवा ने कहा है कि चिकित्सक को धरती का भगवान कहा जाता है। चिकित्सकों को अपने कौशल व व्यवहार से लोगों में इस विश्वास को बनाए रखना है।
रिणवा शुक्रवार को शार्दुल कॉलोनी स्थित एक्यूपेथ हॉस्पिटल के उद्घाटन समारोह म­ मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जीवन में कोई भी ंपेशा अख्तियार किया जाए,वह सम्मानजनक होना चाहिए। चिकित्सकीय पेशा सेवा से जुड़ा है। इसे परम् सेवा के रूप में अपनाना चाहिए। उन्होंने एक्यूपेथ हॉस्पिटल के संचालक मण्डल को बधाई देते हुए कहा कि आर्थिक लाभ के साथ-साथ मानवीय संवेदना पर भी ध्यान दिया जाए। उन्होंने आशा व्यक्त की कि गरीब एवं असहाय लोग यहां आने के बाद उपचार से वंचित नहीं रहेंगे।
वन मंत्राी ने कहा कि पहला सुख निरोगी काया है। शरीर स्वस्थ रहेगा,जब हम अपनी दिनचर्या के प्रति सावचेत रहे। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि एक चिकित्सक को अपने काम के प्रति समर्पणता के साथ ही व्यवहार कुशल भी होना चाहिए। अस्पताल आने वाला व्यक्ति परेशान होता है,उसकी बात को चिकित्सक बडे़ धैर्य के साथ सुने,क्योंकि आपके व्यवहार से ही उसकी आधी बीमारी ठीक हो जाती है।
वन एवं पर्यावरण मंत्राी ने कहा कि राज्य सरकार गरीब एवं जरूरतमंद व्यक्ति को निःशुल्क उपचार देने के प्रति कृतसंकल्पित है। अब सरकारी के साथ ही प्राईवेट चिकित्सालयों में मुख्यमंत्राी भामाशाह चिकित्सा योजना के माध्यम से निःशुल्क उपचार सुलभ कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकारी व कुछ निजी चिकित्सालयों में 30 हजार से 3 लाख रूपये तक का निःशुल्क उपचार कराने की सुविधा है। उन्हांेने कहा कि जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल सहित अन्य सरकारी अस्पतालों का मुख्यमंत्राी स्वयं औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा ले रही हैं।
इस अवसर पर सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.आर.पी.अग्रवाल ने कहा कि चिकित्सक रोगी से दिल से जुडे़,उसे अपना ग्राहक नहीं समझें। उन्होंने कहा कि इस धरती पर ही स्वर्ग है। अगर हम रोगी से दिल से जुड़ते है,तो यह सबसे बड़ा तीर्थ है। एक्यूपेथ हॉस्पिटल के अंजनी कुमार ने हॉस्पिटल में उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधा के बारे में जानकारी दी। डॉ.श्याम अग्रवाल ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन चिकित्सा के अलावा अपने सामाजिक सरोकार से जुड़ी गतिविधियों के माध्यम से रोगियों की सेवा करेगा। निर्धन परिवार के लोगों को उपचार से महरूम नहीं रहने दिया जायेगा। इण्डियन मेडिकल ऐसोसियेशन के प्रदेशाध्यक्ष डॉ.महेश शर्मा ने भी विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर पीबीएम अस्पातल के अधीक्षक जी.एल.मीणा,डॉ.हरबंस सिंह,श्रीराम अग्रवाल,पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान कॉलेज के डीन डॉ.वी.के.बेनीवाल,भास्कर अग्रवाल,डॉ.रविन्द्र पंवार,डॉ.कुलदीप बिठ्ठू,सौरभ जिन्दल,मन मोहन कल्याणी,श्रवण पालीवाल,पार्षद आदर्श शर्मा,पूर्व पार्षद किशोर आचार्य,डॉ.वन्दना मित्तल आदि अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

 

राष्ट्र विकास में युवाओं की भूमिका महत्त्वपूर्ण : रिणवा
वन, पर्यावरण एवं खान मंत्राी तथा जिला प्रभारी मंत्राी राजकुमार रिणवा ने कहा कि युवाओं की राष्ट्र विकास में महत्ती भूमिका है। युवा, राष्ट्रहित के लिए सर्वस्व अर्पण करें। वे अपनी संकल्प शक्ति को मजबूत करते हुए राष्ट्र के उत्थान के लिए भागीदारी निभाएं।
रिणवा गुरूवार को महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के छात्रा संघ कार्यालय के उद्घाटन एवं शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग शिक्षा ग्रहण करने के साथ देश, प्रदेश व समाज के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करे। देश की उन्नति में सभी वर्ग-जाति के लोग अपना योगदान दें। आपसी मतभेद भुलाकर देश की एकता एवं अखण्डता के लिए कार्य करें। उन्हांेने कहा कि भारतीय संस्कृति के प्रति हमें गर्व होना चाहिए। युवा वर्ग सच्चाई के मार्ग पर चलते हुए, अन्याय के विरूद्ध आवाज़ उठाए।
संसदीय सचिव डॉ.विश्वनाथ मेघवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्रा मेहनत करके विश्वविद्यालय का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय बोम के सदस्य के नाते वे विश्वविद्यालय के सर्वांगीण विकास के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। उन्हांेने कहा कि छात्राहितों का ध्यान रखते हुए उनकी समस्याओं का समाधान किया जायेगा।
पूर्व मंत्राी देवी सिंह भाटी ने कहा कि जीवनोपयोगी शिक्षा की ही जीवन में सार्थकता है। विद्यार्थी संस्कारवान तथा चरित्रावान बनें, देश व समाज के लिए अपनी जिम्मेदारी को समझें तथा ऋषि मुनियों द्वारा बताए गए मार्ग पर चलें। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ.चंद्रकला पाड़िया ने कहा कि विद्यार्थियों को उचित मार्गदर्शन मिले तो वे जीवन में बहुत आगे बढ़ सकते हैं। विद्यार्थियों के आचार-विचार व अनुभव में एक कड़ी स्थापित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा शिक्षा तंत्रा विकसित हो,जिसके माध्यम से विचारवान विद्यार्थी बनंे।
मुख्यवक्ता संदीप श्रोत्रिय ने कहा कि विद्यार्थी राष्ट्र की सबसे बड़ी शक्ति है। वे आतंकवाद तथा शिक्षा के व्यावसायीकरण के विरूद्ध आवाज़ उठाएं। छात्रा संघ अध्यक्ष निखिल राजपुरोहित ने कहा कि छात्रा संघ द्वारा विद्यार्थियों के कल्याण के लिए पूरे प्रयास किए जायेंगे। डॉ.राजाराम चोयल ने स्वागत भाषण दिया, कार्यक्रम का संचालन अंबिका ढाका ने किया। इस अवसर पर अतिथियों ने अध्यापकों व विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर बीकानेर पश्चिम विधानसभा विधायक डॉ.गोपाल जोशी, रजिस्ट्रार भंवर सिंह चारण, करण प्रताप सिंह सिसोदिया, उप रजिस्ट्रार बिठ्ठल बिस्सा, राकेश सहोत्रा, दंतौर सरपंच राकेश चितलांगिया तथा देवकिसन राजपुरोहित सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे।
छात्रा संघ कार्यालय का किया उद्घाटन- इससे पहले प्रभारी मंत्राी ने विश्वविद्यालय परिसर में छात्रा संघ कार्यालय का विधिवित उद्घाटन किया। इस अवसर पर छात्रा संघ अध्यक्ष निखिल राजपुरोहित,वरिष्ठ उपाध्यक्ष विक्रम सिंह तंवर,महासचिव हेमलता सांखला,संयुक्त सचिव शिप्रा टाक उपस्थित थे।
भूरोलाई को आदर्श तालाब के रूप में विकसित किया जाए : रिणवा
वन, पर्यावरण एवं खान मंत्राी तथा जिला प्रभारी मंत्राी राजकुमार रिणवा ने कहा कि ‘भूरोलाई तलाई’ को आदर्श तालाब के रूप में विकसित किया जाए। इसके चारों ओर पौधारोपण और लाइटिंग करवाई जाए। उन्होंने कहा कि ‘मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान’ (एमजेएसए) के तहत किए जा रहे कार्य आने वाली पीढ़ी के लिए वरदान साबित होंगे।
रिणवा गुरूवार को नालबड़ी की भूरोलाई तलाई पर एमजेएसए के तहत किए जा रहे कार्यों का अवलोकन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अभियान की शुरूआत 27 जनवरी को हुई थी। लगभग एक माह के बाद भूरोलाई तलाई की तस्वीर बदल गई है। यह तालाब ग्रामीणों के लिए बेहद लाभदायक सिद्ध होगा। उन्होंने इसका कार्य अतिशीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि तलाई के आसपास यदि कोई अतिक्रमण है तो उसे हटाया जाए। पूरे क्षेत्रा को अतिक्रमण मुक्त करने के साथ-साथ आवश्यकता के अनुरूप ‘स्लेब’ आदि बनाए जाएं, जिससे आस-पास के क्षेत्रा का पानी तालाब में एकत्रित हो सके।
संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने कहा कि तालाब के विकास के लिए एमएलए लैड से आवश्यकता के अनुरूप राशि स्वीकृत की जाएगी। उन्होंने एमजेएसए को ऐतिहासिक अभियान बताया तथा कहा कि ग्रामीणों को जनसहयोग के लिए मॉटिवेट किया जाए। इसके लिए ग्रामीणों के साथ बैठक आयोजित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
जिला कलक्टर पूनम ने बताया कि भूरोलाई तलाई के पुनरूद्धार पर पंद्रह लाख रूपये व्यय किए जाएंगे। इसमें से लगभग पांच लाख रूपये का कार्य हो चुका है। वर्तमान में तालाब के दो ओर बाउंड्री वाल बना दी गई है तथा शेष कार्य अतिशीघ्र पूर्ण कर लिए जाएंगे।
वन्य जीवों को भी मिलेगा पर्याप्त पानी
मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान के तहत चयनित नालबड़ी में वन्य जीवों के लिए दस ‘वन्यजीव जल घाट’ बनाए जाएंगे। इनसे गर्मी के मौसम में वन्यजीवों को पर्याप्त पानी मिल सकेगा। इनमें से तीन के कार्य प्रारम्भ हो चुके हैं। वन मंत्राी ने नाल बड़ी में निर्माणाधीन जल घाट का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि सभी जल घाटों का निर्माण 30 जून तक हो जाए, जिससे बरसात के मौसम के दौरान यहां पर्याप्त जल संरक्षित हो सके। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीएल मेहरड़ा ने बताया कि निर्माणाधीन जलघाटों का निर्माण आरएसी की तीसरी और दसवीं बटालियन तथा बीएसएफ के माध्यम से करवाया जा रहा है। प्रत्येक जल घाट के निर्माण पर लगभग तीन लाख रूपये व्यय होंगे।
पांच दिनों में बने निजी जलकुंड
प्रभारी मंत्राी ने नालबड़ी में एमजेएसए अभियान के तहत बन रहे निजी जलकुंडों का अवलोकन भी किया। उन्होंने नालबड़ी के मांगीलाल कुम्हार और संग्राम वाल्मिकी के घर निर्माणाधीन जलकुंडों को देखा तथा निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। अधीक्षण अभियंता (वाटरशेड) सुखलाल मीना ने बताया कि अभियान के तहत 25-25 हजार लीटर क्षमता वाले निजी जलकुंड बनाए जा रहे हैं। इस अवसर पर महापौर नारायण चौपड़ा, डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य, राकेश सिंह सहोत्रा, राकेश चितलांगिया सहित विभिन्न अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि साथ थे।