OmExpress News / Prayagraj / लगातार चेतावनी के बाद भी जानकारी छिपाने और विदेशियों को शरण देने वाले इलाहाबाद यूनिवर्सिटी (Allahabad University) के प्रफेसर मोहम्मद शाहिद (Professor Shahid) को सस्पेंड कर दिया गया है। दिल्ली में आयोजित तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के कार्यक्रम में शामिल होकर लौटे प्रफेसर के खिलाफ प्रयागराज की शिवकुटी पुलिस ने महामारी ऐक्ट (Epidemic Act) समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है और उन्हें जेल भी भेज दिया गया है। Allahabad University Professor Shahid
इससे पहले प्रफेसर मोहम्मद शाहिद समेत 30 जमातियों और उनके मददगारों को अस्थायी जेल में शिफ्ट किया गया था। इनमें 16 विदेशी जमाती भी शामिल हैं। इन सभी लोगों को पुलिस ने सोमवार की रात में गिरफ्तार किया था और मंगलवार को नैनी जेल भेजा गया था। अब प्रफेसर शाहिद के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड किया गया है।
प्रफेसर ने जमातियों की मदद की थी
इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रफेसर मोहम्मद शाहिद पिछले महीने नई दिल्ली में हुई जमात में शामिल हुए थे। जमात से लौटने के बाद वह कई दिन यूनिवर्सिटी गए थे। दो दिन में उन्होंने तकरीबन साढ़े तीन सौ स्टूडेंट्स की परीक्षा भी ली थी। इसके अलावा वह कई शिक्षकों, कर्मचारियों और बाहरी लोगों से भी मिले थे। Allahabad University Professor Shahid
सरकार और प्रशासन की अपील के बावजूद प्रफेसर शाहिद ने जमात में शामिल होने की बात छिपाकर रखी थी। उन्हें 8 अप्रैल की रात को पुलिस ने घर से पकड़कर क्वारंटीन सेंटर भेजा था। प्रफेसर शाहिद ने ही इंडोनेशिया से आए आठ विदेशी समेत नौ जमातियों को प्रयागराज की अब्दुल्ला मस्जिद में छिपकर रहने में मदद की थी। उनकी सिफारिश पर ही इन नौ जमातियों को मस्जिद में जगह मिली थी।