स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने कसी कमर
स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने कसी कमर
स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने कसी कमर

बीकानेर । स्वाइन फ्लू की संभावित स्थिति से निपटने के लिए सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारियों, सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारियों और शहरी क्षेत्र के समस्त चिकित्सालयों को आवश्यक व्यवस्थाएं करने के लिए निर्देशित किया गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि जिले के समस्त शहरी चिकित्सालयों एवं सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर संदिग्ध स्वाइन फ्लू मरीजों के लिए अलग से ओपीडी रूम बनाने के लिए निर्देशित किया गया है। इन ओपीडी रूम्स पर साइन बोर्ड लगाए जाएं तथा इन पर ‘स्वाइन फ्लू की जांच यहां करवाएं’ लिखा जाए। प्रत्येक स्वास्थ्य केन्द्र पर स्वाइन फ्लू रोगियों की स्क्रीनिंग कर उन्हें गाइड लाइन एवं कैटेगरी के अनुसार उपचार देने तथा उच्च स्तर पर रैफर करते समय 108 एम्बूलेंस का उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं। संदिग्ध स्वाइन फ्लू तथा रैफर किए गए रोगियों का फॉलोअप निर्धारित प्रपत्रा में भिजवाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि स्वाइन फ्ले की रोकथाम एवं बचाव के लिए चल रही स्वाइन फ्लू सर्वे टीम में कार्यरत सभी कर्मचारियों की लिस्ट मय मोबाइल नंबर उपलब्ध करवाई जाए।
स्थापित किए जाएं नियंत्रण कक्ष
चौधरी ने जिला एवं ब्लॉक स्तर पर नियंत्राण कक्ष की स्थापना करने तथा इनमें कार्यरत समस्त कार्मिकों के नाम, मोबाइल नंबर एवं ड्यूटी समय की जानकारी उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान उपचारित रोगियों द्वारा प्रतिदिन टेमीफ्लू की दवा ली जा रही है या नहीं, की पुष्टि की जाए तथा जब तक रोगी पूर्णतः स्वस्थ्य न हो जाए, उसका नियमित फॉलोअप किया जाएगा। उन्होंने जिले के समस्त चिकित्सा केन्द्रों के प्रभारियों को अपने अधीनस्थ आशा, प्रसाविका एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से समस्त गर्भवती महिलाओं, बच्चों, वृद्धों की स्वाइन फ्लू लक्ष्णों की स्क्रीनिंग करवाने तथा स्वाइन फ्लू संदिग्ध पाए जाने की स्थिति में चिकित्सा अधिकारी द्वारा सम्पूर्ण चैकअप व इलाज करवाने अथवा रैफर करवाने की कार्रवाई और इसका फॉलोअप करने के निर्देश दिए हैं।
विद्यालयों में वितरित किए जाएं पैम्फलेट्स
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने प्रत्येक विद्यालय में स्वाइन फ्लू की जानकारी से संबंधित पैम्फलेट्स वितरित करने तथा प्रार्थना सभा के दौरान वि़द्यार्थियों को स्वाइन फ्लू के लक्ष्ण एवं बचाव की जानकारी दी जाए। सर्दी, जुकाम, बुखार पीड़ित बच्चों को मास्क या रूमाल का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने जिला अस्पताल में स्वाइन फ्लू रोगियों के लिए अलग से आईसोलेशन वार्ड एवं आईसीयू में वेंटीलेटर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इसी प्रकार सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर अलग से आईसोलेशन वार्ड बनाने, प्रत्येक स्वास्थ्य केन्द्र पर आईईसी सामग्री वितरित करने, पर्याप्त मात्रा में टेमीफ्लू एवं मास्क का भंडारण करने, स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए प्रतिदिन की जा रही कार्रवाई से अवगत करवाने के निर्देश दिए गए हैं।
निरस्त होंगी छुट्टिया
चौधरी ने बताया कि स्वाइन फ्लू रोकथाम से जुड़े समस्त चिकित्सा अधिकारियों एवं तकनीकी कार्मिकों की छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं। साथ ही लम्बे समय से अवकाश पर चल रहे कार्मिकों की छुट्टियां निरस्त करते हुए उन्हें ड्यूटी पर बुलाने के निर्देश दिए गए हैं। अतिआवश्यक होने की स्थिति में सक्षम स्तर से अवकाश की स्वीकृति प्राप्त करनी होगी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक चिकित्सा संस्थान को सभी आदेशों की गंभीरतापूर्वक पालना करनी होगी। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। ऐसा पाए जाने की स्थिति में संबंधित कार्मिक के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
पीबीएम में चाक-चौबंद हैं व्यवस्थाएं
सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज से संबद्ध तथा संभाग के सबसे बड़े पीबीएम अस्पताल में भी स्वाइन फ्लू से निपटने की चाक-चौबंद व्यवस्थाएं की गई हैं। पीबीएम अधीक्षक डॉ के के वर्मा ने बताया कि स्वाइन फ्लू के प्रत्येक संदिग्ध मामले पर विशेष नजर रखी जा रही है। स्वाइन फ्लू की टेस्ट किट एवं आवश्यक दवाईयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं तथा आवश्यकता के अनुसार और अधिक दवाईयां एवं जांच किट की खरीद कर ली जाएगी।