बीकानेर में बड़े पैमाने पर रहा सोने-चांदी जेवरातों में मिलावट का खेल 
बीकानेर (मुकेश पूनिया) । दीपावली के त्योहारी सीजन के मौके पर बीकानेर में बड़े पैमाने पर सोने-चांदी जेवरातों में मिलावट का खेल चल रहा है । ज्वैलरी की छोटी-मोटी दुकानों से लेकर नामी प्रतिष्ठानों में चल रहे मिलावट के खेल के सच को जानने के लिए पड़ताल की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। वर्षों से चल रहे इस खेल में आज तक किसी सरकारी ऐजेंसी ने इसकी जांच नहीं की है, इसी का फायदा उठाकर ज्वैलरी कारोबारी लोगों से ठगी कर मोटी कमाई करने में जुटे है। जानकारी के अनुसार वर्तमान में सोने के सामान में हॉलमार्क का सिस्टम है। जिससे उसकी शुद्धता पर विश्वास किया जा सकता है। बीकानेर में गिने चुने ज्वैलरी शो रूम संचालक ही हॉलमार्क का सामान बेचते हैं, वह भी मिलावट का घालमेल कर जाते हैएइतना ही नहीं आमजन भी हॉलमार्क को लेकर ग्राहक जागरूक नहीं है। सोने की अपेक्षा चांदी में तो जबरदस्त मिलावट का खेल होता है। ग्राहक को 70 से 80 प्रतिशत चांदी बताई जाती है जबकि चांदी के आइटम में अधिकांश 50 प्रतिशत ही शुद्धता मिलती है। बाहर से आने वाले रेडिमेड सामान में 40 से 50 प्रतिशत ही शुद्धता होती है जबकि वे चांदी के भाव में बिकते हैं। हाथ से बने चांदी के सामान में शुद्धता अधिक होती है लेकिन आजकल मशीनों से बने आइटम ही चलते हैं और उनमें शुद्धता से अधिक मिलावट होती है।
मेकिंग चार्ज नहीं,मिलावट ज्यादा
बीकानेर में सोने चांदी के आइटम में एक यह भी परंपरा चल पड़ी है कि आभुषणों के शो-रूम संचालक और दुकानदार ग्राहकों को मेकिंग चार्ज नहीं लेने की बात कहते हैं। ऐसे में वे मिलावट ज्यादा करते हैं। जब मेकिंग चार्ज नहीं लेंगे तो वे कमाएंगे क्या यह सोचने वाली बात है। आम तौर पर देखा गया है कि अधिकांश दुकानदार या तो बहुत कम या फि र मेकिंग चार्ज लेते ही नहीं है।
त्योहारी सीजन में ज्यादा घालमेल
आगामी दिनों में त्योहारों के साथ.साथ सावों की धूम है। ऐसे में सोने चांदी में मिलावट का खेल भी बढ़ जाता है। जिले में इस दौरान लाखों.करोड़ो रुपए के सोने चांदी के जेवरात बिकते है और सर्राफा कारोबारियों के यहां ग्राहको की रेलमपेल सी रहती है इसी का फायदा उठाकर यह कारोबारी मिलावटी सोने चांदी के जेवरातों बेचते है।
भाव कम, मिलावट ज्यादा
कई सोने चांदी के व्यापारी ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए वर्तमान भाव से कम भाव बताते हैं ताकि उनके द्वारा अन्य दुकानों में पूछे गए भाव से कम भाव देखकर वे उन्हीं की दुकान से काम करवाएं। जब ग्राहक कम भाव देखकर आकर्षित होते हैं तो बाद में दुकानदार द्वारा मिलावट ज्यादा करके ग्राहक के साथ ठगी कर लेते हैं।
ये बरती जानी चाहिए सावधानी
-सोने में 22 कैरेट यानि 91.6 प्रतिशत सोना होना चाहिए।
-चांदी का कोई भी सामान खरीदे तो उसमें 85 प्रतिशत शुद्धता होनी चाहिएए उससे कम की शुद्धता का सामान खरीदें।
-सोने चांदी का सामान खरीदने पर दुकानदार से पक्का बिल लें।
-दुकानदार की शुद्धता की सील सामान पर लगवाएं।
-भाव कंफ र्म करें और जो कम भाव दे रहा है उससे दूर रहें।
-मशीनों से तैयार चांदी के सामान खरीदेंए उसमें शुद्धता बहुत कम होती है।
-तैयार माल की खरीदारी से परहेज करें।
– त्योहारी सीजन में बाहर से आने वाले चांदी के सिक्के, मूर्तिया आदि खरीद से बचे।