बीकानेर । शहर में करमीसर रोड़ पर विद्युत विभाग के दफ्तर के बाहर स्थानीय लोग व कांग्रेस नेता-कार्यकर्ता बिजली निजीकरण का विरोध करते हुए नारेबाजी कर रहे थे। जिसके बाद विरोध नत्थूसर गेट स्थित विद्युत विभाग के दफ्तर तक आ पहुंचा और लोग भी जमा हो गए। अधिकारियों को कमरे में बंद करना, बिजली विभाग के दफ्तर के बाहर गेट पर ताला लगाना जैसी घटना होने के बाद पुलिस के पहुंचने के बाद बिजली निजीकरण का विरोध कर रही कांग्रेस और आक्रोशित जनता पर पुलिस द्वारा विरोध स्वरुप हल्का बल प्रयोग किया गया जिससे शहर के कुछ लोग इसकी चपेट में आ गए। लोगों का आरोप तो यह भी है कि पुलिस द्वारा इस कदर लाठीचार्ज किया गया है कि कई लोग लहूलुहान हो गए और बड़ी संख्या में लोग अस्पताल पहुंचे।
सता पक्ष रहा प्रकरण से दूर
विपक्ष में खड़ी कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता लोगों के साथ खड़े होकर अपना ‘राजधर्म’ निभाकर उपस्थिति का अहसास करा रहा है लेकिन सत्ता पक्ष बीजेपी के बड़े नेता-कार्यकर्ता इस समूचे प्रकरण से दिनभर दूर ही रहे। इस मामले को लेकर यदि देखा जाए तो अलग तरह की राजनीति शहर में देखने को मिल रही है। एक तरफ पुलिस लोगों पर डंडे बरसा रही है तो इस मुद्दे पर शहर की जनता के साथ दोनों प्रमुख पार्टियां खड़ी होकर एकराय नहीं बना रही है। यदि पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज की बात सामने आ रही है तो एकमत होकर लाठीचार्ज का विरोध करते हुए सम्बन्धित अधिकारी को निलम्बित करवाया जाना चाहिए ताकि भविष्य में लाठीचार्ज जैसी घटना नहीं हो।