बीकानेर। बीकानेर रंगमंच की तीन पीढीयों का प्रतिनिधित्व करते रंगकर्म के तीन दिग्गज ‘एलएन‘ वरिष्ठ रंगकर्मी एल एन माथुर, वरिष्ठ साहित्यकार लक्ष्मीनारायण रंगा और रंगकर्मी व संगीतज्ञ लक्ष्मीनारायण सोनी ने आज बीकानेर थिएटर फेस्टिवल के ब्रोसर के कवर पेज का विमोचन एल एन माथुर के निवास पर किया। बीकानेर रंगमंच के वयोवृद्व 93 वर्ष के रंगकर्मी एल एन माथुर ने समारोह को अपना आशीर्वाद प्रदान करते हुए कहा कि बीकानेर थिएटर फेस्टिवल नगर के रंगकर्म की ऐतिहासिक यात्रा में एक अहम पडाव होगा। बीकानेर में पारसी थिएटर के प्रमुख अभिनेता एल एन माथुर ने कहा कि बीकानेर के सक्रिय और सार्थक रंगकर्म को गति देते हुए ये समारोह युवा रंगकर्मियों को वैचारिक और व्यावहारिक रूप से और ज्यादा मजबूती देगा। फेस्टिवल के आयोजन के दौरान रंगकर्म की गंभीर चर्चाओ और नाट्य प्रदर्षन को लेकर नगर के युवा रंगकर्मियेा के साथ साथ वरिष्ठ रंगकर्मी भी उत्साहित है। वरिष्ठ साहित्यकार लक्ष्मीनारायण रंगा ने कहा कि बीकानेर रंगमंच की गौरवशाली रंग परम्परा में ये समारोह अपनी महत्ती भूमिका निभायेंगा, ऐसी उम्मीद की जा सकती है। नगर के कला अनुरागीयो को अन्य प्रदेषो की रंग प्रस्तुतियां देखने को मिलेगी और दिन भर होने वाली नाट्य परिचर्चाओ से नाट्य के तकनीकी पक्षो और नाट्य लेखन से भी युवा रंगकर्मी लाभान्वित होंगे। वरिष्ठ रंगकर्मी और संगीतज्ञ लक्ष्मीनारायण सोनी ने कहा कि समारोह से प्रदेश के रंगकर्म को तो उबाल मिलेगा ही, साथ ही विभिन्न शैलियो के नाटक भी दर्षको को देखने को मिलेंगे। रंगकर्म को आम आदमी से जोडने में भी समारोह अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा। विमोचन के दौरान तीनो एलएन ने बीकानेर की गौरवाषाली नाट्य परम्परा और रंगकर्मियो के आपसी सोहार्द्र को याद किया और आयोजन समिति के अध्यक्ष हंसराज डागा को कार्यक्रम की सफलता के लिये अपना आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर आयोजन समिति के सचिव कला अनुरागी अषोक गुप्ता, वरिष्ठ साहित्यकार कमल रंगा, रवि माथुर, राजशेखर शर्मा और मदन मारू भी उपस्थित थे।
समारोह के परामर्ष मण्डल से जुडे वरिष्ठ रंगकर्मी प्रदीप भटनागर ने बताया बीकानेर थिएटर फेस्टिवल बीकनेर के रंग आंदोलन के प्रणेता, नाट्य षिखर, प्रदेष की अकादमीयो के पुरस्कार से सम्मानित स्व0 निर्मोही व्यास को समर्पित किया गया है। भटनागर ने बताया कि स्व0 निर्मोही व्यास ने पूरी जिंदगी नाट्य क्षेत्र को समर्पित कर उर्जावान बनाया था और इस समारोह के माध्यम से इसे और ज्यादा उर्जावान बनाने का प्रयास किया जा रहा है। फेस्टिवल मे होने वाली रंग चर्चाओ से युवा रंगकर्मियो को थिएटर के सेद्वांतिक और तकनीकी पहलूओ को जानने का मौका मिलेगा। बीकानेर थिएटर फेस्टिवल के दौरान प्रतिदिन तीन नाटको का मंचन अलग अलग प्रेक्षागृहो मे किया जायेगा। फेस्टिवल के सभी सेमिनार हंसा गेस्ट हाउस पर होंगे जबकि प्रतिदिन मंचित होने वाले नाटक टाउन हॉल, वेटरनरी कॉलेज ऑडिटोरियम और हंसा गेस्ट हाउस में होंगे। फेस्टिवल के दौरान एक समय में एक ही नाटक का मंचन होगा ताकि सभी कलाकारो और दर्शको को सभी नाटको का देखने का अवसर मिल सके। समारोह संरक्षक लूणकरण छाजेड ने बताया कि बीकानेर थिएटर फेस्टिवल के दौरान रंग चर्चाओ, सेमिनार, नाट्य मंचन के अलावा प्रसिद्व रंगनेत्री संजना कपूर और देवेन्द्र राज अंकुर के साथ रंगकर्मियो का संवाद भी रखा गया है। समारोह के दूसरे दिन संजना कपूर के साथ होने वाले संवाद का संयोजन व संचालन साहित्यकार संजय पुरोहित करेंगे तथा समारोह के अंतिम दिन प्रसिद्व रंगकर्मी देवेन्द्रराज अंकुर के साथ होने वाले संवाद का संयोजन व संचालन वरिष्ठ रंगकर्मी दयानंद शर्मा करेगे। आयोजन समिति के उत्तम सिंह ने बताया कि फेस्टिवल के दौरान होने वाली सभी परिचर्चा व नाट्य प्रदर्शन में प्रवेश निशुल्क रहेगा परंतु स्थान पहले आओ पहले पाओ के आधार पर आरक्षित होगा।