जयपुर । वेदान्ता समूह की कंपनी केयर्न इंडिया की और से सामुदायिक विकास के प्रयासों के तहत समुदाय के कौशल विकास और रोज़गार अवसरों से उनको जोड़ने के उद्देश्य से जोधपुर में केयर्न सेंटर ऑफ़ एक्सलेंस की स्थापना की है। जयपुर में राजस्थान की मुख्यमंत्री माननीय वसुंधरा राजे और मुख्य सचिव सी एस राजन की उपस्थिति में इस सम्बन्ध में एक सहमति पत्र हस्ताक्षरित किया गया। राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम के प्रबंध निदेशक गौरव गोयल, केयर्न इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मयंक अशर और टीयूवी के प्रबंध निदेशक थॉमस फुहरमन भी इस अवसर पर विशेष तौर पर उपस्थित थे। इस पहल को विकास और स्किल डेवलपमेंट के लिए एक सकारात्मक साझेदारी बताते हुए मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि स्थानीय युवाओं के लिए रोज़गार सृजित करने की दिशा में केयर्न सेंटर ऑफ़ एक्सलेंस मील का पत्थर साबित होगा। एमओयू पर प्रसन्नता जताते हुए केयर्न इंडिया के सीईओ मयंक अशर ने कहा, “राजस्थान की खनिज समृद्ध धरती से 2009 से शुरू हुए पेट्रोलियम उत्पादन ने देश की ऊर्जा सुरक्षा को पुख्ता करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और मुझे भरोसा है कि केयर्न सेंटर ऑफ़ एक्सलेंस के साथ हम स्थानीय युवाओं के कौशल विकास और रोजगार संभावनाओ को मजबूत कर सकेंगे।” यह एमओयू राजस्थान सरकार के कौशल एवं आजीविका विकास निगम, केयर्न इंडिया के सीईसी सोसाइटी और टीयूवी रेह्यंलैंड के मध्य किया गया। अन्य प्रतिनिधियों में केयर्न इंडिया के हैड स्टेकहोल्डर रिलेशंस मनोज अग्रवाल, सीएसआर हैड नीलेश जैन, जीएम-सीएसआर रितु झिंगोन, टीयूवी के कंट्री हैड प्रबाकरन और सेंटर हैड ज्ञान शर्मा मौजूद रहे। एमओयू के अनुसार राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम सरकारी योजनाओं से सीसीओई के विद्यार्थियों को लाभान्वित करते हुए उन्हें सरकारी दिशा निर्देशों के अनुसार आर्थिक सहयोग प्रदान करेंगे। टीयूवी रेह्यंलैंड प्रशिक्षण प्रदान करेगी तथा केयर्न इंडिया की सीईसी सोसाइटी मॉनिटरिंग का कार्य करेगी। केयर्न सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस को नागौर रोड, जोधपुर में लगभग सोलह हज़ार वर्ग मीटर भूखंड पर 60 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित किया गया है। यह केयर्न के सामुदायिक विकास कार्यक्रमों का एक हिस्सा होगा। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त प्रशिक्षण संस्थान टीयूवी रहेइनलैंड, जर्मनी जो कि विश्व के 60 देशों में 500 केन्द्रों में सक्रिय है, को सीसीओई के लिए विश्वस्तरीय पाठ्यक्रम को डिजाईन और लागू करने के लिए सहयोगी के रूप में जोड़ा गया है। प्रस्तावित पाठ्यक्रम एडवांस वेल्डिंग, नवीनीकृत ऊर्जा, ऑटोमोबाइल रिपेयर- रख रखाव और रिटेल आदि रहेंगे। अगले चरण में तेल और गैस क्षेत्र के लिए विशेष तकनीकी और सेफ्टी के पाठ्यक्रम शुरू किए जायेंगे।