बीकानेर। मरुनगरी बीकानेर में होली मनाने का अंदाज बिल्कुल अलग है। शहर में फाल्गुन मास की अष्टमी से लेकर होलिका दहन तक चंग पर रसीले रसियों के गीतों के साथ पड़ती थाप, देवर भाभी की नोंक-झोंक भरे गीत और डांडिया नृत्य के आयोजन की बात ही निराली होती है। डोलची और रम्मतें तथा होलाष्टक में यहा आने वाले देशी विदेशी लोगों को अपने रंग में रंग लेने की खासियत होती है।
हर्षों के चौक में पानी-डोलची होली खेल को लोगों ने खूब एन्जॉय किया। चमड़़े की बनी डोलची में पानी भरकर एक-दूसरे पर मारने के इस अद्भुत आयोजन में सैकड़ों लोग शामिल हुए। पानी-डोलची होली का आयोजन हर्ष और व्यास बिरादरी के लोगों के बीच हुआ। पानी से होली खेलने का मजा ही कुछ अलग है। बच्चे और युवा तो अपनी जगह बुजुर्ग भी बड़ी संख्या में इस होली आयोजन में शामिल हुए।
आयोजन को देखने के लिए बीकानेर के कोने-कोने से लोग पहुंचे। हुटिंग का शोर, गोल करने की जद्दोजहद ओर स्वांग रूप धारण किए हुए लोग भी इस आयोजन में शामिल हुए।
रम्मक-झम्मक कर रहा अभिनन्दन पत्र देकर सम्मान
रम्मक झम्मक संस्था द्वारा स्वाग मेहरी रम्मत बारह गुवाड,कीकाणी व्यास चौक,भटडो के चौक का आकर्षक अभिनन्दन पत्र देकर समान्नित किया गया ।पानी डोलची खेल हर्ष व्यास जाति को भी सम्मानित किया गया । कल सुबह रमक झमक की टीम मोहता मरुणायक चौक व् आचार्यो के चौक होगी और रम्मत का सम्मान करेगा ।
अमर सिंह राठौड़ की रम्मत का होगा आयोजन
आचार्यों के चौक में गुरुवार को देर रात वीर व श्रृंगार रस की अमर सिंह राठौड़ की तथा मरुनायक चौक में डांडिया नृत्य के बाद हेडाऊ मेहरी की रम्मत आयोजित होगी। उस्ताद मेघराज आचार्य ने बताया कि वीर, श्रृंगार रस की इस रम्मत में नागौर के राजा अमर सिंह की वीरता, शौर्य की गाथा को विशिष्ट शैली में संवाद व अभिनय के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा। मरुनायक चौक में होने वाली हेड़ाऊ मेहरी की रम्मत में राजा अमर सिंह के घरेलू किस्सों को चुटीले संवाद व गीतों के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा।