चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राठौड़ ने 33 करोड़ के निर्माण कार्यों किया लोकार्पण
बीकानेर । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने शनिवार को सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज एवं पीबीएम अस्पताल में 33 करोड़ रूपये की लागत के नवीन निर्माण कार्यों का लोकापर्ण और भूमि पूजन कर, बीकानेर को सौगात दी।
इस दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राठौड़ ने विश्व मनासिक रोग सप्ताह के तहत शिव किसन मींडाराम दम्माणी मनोरोग चिकित्यालय में लगी प्रर्दशनी का अवलोकन किया और मानसिक रोगियों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए बने मानसिक स्वास्थ्य अधिनियम 1987 एवं मानसिक स्वास्थ्य देखभाल बिल,2016 की नई गाईडलाइन के संबंध में जानकारी दी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि बदलते परिवेश में सामाजिक रूप से परिवार टूट रहे है। संयुक्त परिवारों की अवधारणा गए जमाने की बात हो गई है। ऎसे में वर्तमान पीढ़ी रिश्तों की अहमियत से अनंजान है।
राठौड़ ने कहा कि वर्ष 1987 में मैन्टल हैल्थ एक्ट बनाया गया। यह एक्ट मानसिक रोग से पीड़ित रोगी को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि मानसिक रोग के प्रति कई तरह की भ्रांतियां बनी है कि यह रोग ठीक नहीं हो सकता है। लोग जादूटोना पर विश्वास करते है और रोगी को चिकित्सक से उपचार नहीं करवाते है। उनका मानना है कि रोगी पर उपर की छाया है। वैज्ञानिक युग में ऎसी सोच रहते ,मानसिक रोगी को सामाजिक तौर पर वैधानिक अधिकार देने की दृष्टि से यह जो एक्ट आया है,इसमें सभी प्रकार के प्रावधान रखे गए है।
राठौड़ ने कहा कि “मेंटल हैल्थ केयर बिल 2016” का मुख्य उदेश्य मानसिक रोगों से ग्रसित सभी व्यक्तियों को समस्त प्रकार की मनोचिकित्सकीय एंव पुर्नवास सुविधायें मिलना सुनिश्चत करना, उन्हें समाज की मुख्य धारा में रहने का अधिकार दिलाना, उनके साथ होने वाले किसी भी प्रकार के अमानवीय व्यवहार जैसे कि जंजीरों से बांधना, घर में अलग-थलग करना, उनके साथ होने वाला दुव्र्यवहार आदि को प्रतिबंधित करना है। इस बिल में केन्द्र व राज्य सरकार मानसिक रोगों की रोकथाम, उनके उचित ईलाज एवं इनसे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के लिए व्यापक जनजागरण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव रामावतार सोनी ने बताया कि अभी तक भारत में मनोरोगियों के उचित इलाज एव उनके अधिकारों की रक्षा के लिए “मेंटल हैल्थ एक्ट 1987” लागू है। “मेंटल हैल्थ केयर एक्ट 2016” के लागू हो जाने के बाद मानसिक रोगों से ग्रसित व्यक्तियों को और बेहतर सुविधाऎं मिलने लग जायेगी। । इस नये बिल में कुल 16 अध्याय एंव 126 धाराऎं है।
डॉ. के.के. वर्मा, ने बताया कि इस बिल के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिक स्वास्थ्य के साथ जोड़ कर इसे जन-जन तक पहुॅंचाना, मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा चिकित्सको, नर्सिंग स्टाफ एवं पैरामेडिकल स्टाफ को प्रशिाक्षित करना है। सरकारी एवं निजी मनोरोग एंव नशामुक्ति चिकित्सालय, पुर्नवास केन्द्र इस बिल के अनुसार जारी निर्देशों के तहत काम करेगें एवं ऎसा न करने पर इनका लाईसेंस, रजिस्ट्रेशन रदद् करने का प्रावधान होगा।
सहायक आचार्य डॉ. हरफूल सिंह विश्नोई, सहायक आचार्य डॉ. श्रीगोपाल गोयल, सहायक आचार्य डॉ. अनन्त राठी तथा चिकित्सा अधिकारी डॉ. गिरिश बॉनिया ने भी मेंटल हैल्थ एक्ट 1987 एवं मेंटल हैल्थ केयर बिल 2016 पर अपने विचार व्यक्त किये।
इससे पहले कार्यक्रम की शुरूआत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राठौड, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सोनी, विभागाध्यक्ष डॉ. वर्मा तथा आचार्य डॉ. अशोक सिंघल ने दीप प्रज्जवलन करके की।
इस अवसर पर संसदीय सचिव डॉ.विश्वनाथ, विधायक डॉ.गोपाल कृष्ण जोशी, महापौर नारायण चोपड़ा, डॉ.सत्यप्रकाश आचार्य, सहीराम दुसाद, सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.आर.पी.अग्रवाल, अधीक्षक पीबीएम डॉ.पी.के.बेरवाल, मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त प्राचार्य डॉ.रजंन माथुर सहित गणमान्य नागरिक और चिकित्सक उपस्थित रहे।
गल्र्स यूजी हॉस्टल का शिलान्यास-राठौड़ ने मेडिकल कॉेलेज में यू.जी.सीटों में 100 से 250 की अभिवृद्धि होने के कारण एम.सी.आई.मापदण्डों के अनुसार नवीन गल्र्स यू.जी.हॉस्टल की आधार शिला रखी। इस छात्रावास पर 2213.00 लाख रूपये खर्च होंगे। इस छात्रावास भवनमें 216 सिंगल सीटेड कमरे,32 डबल सीटेड,24 ट्रिपल सीटेड कमरों के अलावा कॉमन रूम,मैस,सिक रूम, प्रतीक्षा कक्ष,कार्यालय व सुरक्षा कक्ष होंगे।
जी.एन.एम.एम.टी.सी.छात्रावास का लोकार्पण-चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने एन.आर.एच.एम. के तहत 448.00 लाख रूपये की लागत से बने जी.एन.एम.एम.टी.सी.छात्रावास का लोकार्पण किया। इस छात्रावास में 90 कमरें बनाए गए है,जिनमें 180 छात्राओं को आवास की सुविधा मिलेगी। इसके अतिरिक्त छात्रावास में 2 वार्डन कक्ष,2 आगन्तुक कक्ष,2 कॉमन कक्ष,2 भोजन कक्ष,8 प्रसाधन कक्ष व सुरक्षागार्ड कक्ष का निर्माण करवाया गया है।
राजकीय नर्सिंग कॉलेज भवन का लोकार्पण-राठौड़ ने मेडिकल कॉलेज के अधीन केन्द्र प्रवर्तित योजना के तहत 320.00 लाख रूपये की लागत से बने नर्सिंग कॉलेज के भवन का उद्घाटन किया। उन्होंने पीबीएम अस्पताल परिसर में ही नवीनीकृत मॉर्चरी का लोकार्पण भी किया। मॉर्चरी के निर्माण पर 63.89 लाख रूपये व्यय किए गए।

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मंत्री राठौड़ ने किया दानदाताओं को सम्मानित, सम्मानितों में राजेश चूरा, नरेश पूगलिया भी शामिल
आचार्य तुलसी कैंसर अनुसंधान केन्द्र में आयोजित समारोह में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने पीबीएम अस्पताल और जिला अस्पताल में नागरिक सुविधाओं के विस्तार,चिकित्सा उपकरणों में सहयोग प्रदान करने वाले भामाशाहों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर भामाशाहों की तारीफ करते हुए राठौड़ ने कहा कि समय के कपाल पर जो अपनी सेवा की रेखा खींच जाता है,जमाना उसे भूलता नहीं। उन्होंने कहा कि दुआ व आशीष में बहुत ताकत होती है और आशीष उस व्यक्ति के लिए निकलती है,जो अपने धन को परोपकार में लगाता है। अतः नर को नारायण समझकर उसकी सेवा करनी चाहिए। आप जो कर रहें है,वह पीड़ित मानव की सेवा है।
ये भामाशाह हुए सम्मानित-चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने भामाशाह हीरालाल मालू,अरूण मोदी,मूलचंद डागा,दीपक अग्रवाल,नरेश पुगलिया,प्रकाश सेठिया,भतमाल पेड़ीवाल,श्याम सुन्दर,महबूब हुसैन कोहरी, रवि खतुरिया, राजेश खजांची,जगदीश राठी व राजेश चूरा को सम्मानित किया।
इस अवसर पर गंगाशहर चिकित्यालय को पीबीएम से सबद्ध करवाने पर गंगाशहर नागरिक परिषद ने मोहन सुराणा के नेतृत्व में और आचार्य तुलसी संस्थान के लूणकरनर छाजेड़ ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री का स्वागत एवं अभिनन्दन किया।