ओम एक्सप्रेस न्यूज.बीकानेर। संगीत मनीषी डॉ. जयचंद्र शर्मा स्मृति “संगीतोत्सव” में संगीत कला केंद्र भीलवाड़ा द्वारा नृत्य नाटिका “मीरा” का मंचन किस गया । मीराबाई के 7 भजनों पर आधारित इस प्रस्तुति से सुधि श्रोता भाव विभोर हो गए ।
श्री संगीत भारती के निदेशक डॉ. मुरारी शर्मा ने बताया कि भीलवाड़ा के महेश जोशी के निर्देशन में भक्ति रस से ओत प्रोत इस कत्थक नृत्य प्रस्तुति में भीलवाड़ा की महिमा शेरोन ने मीरा तथा रानी जीनगर ने भगवान कृष्ण की भूमिका निभाई । इनके साथ मेघा अग्रवाल, प्रियंका शर्मा, भूमिका, चंद्रकला, अर्पित भारद्वाज ने नृत्य किया । प्रस्तुति में मीरा के भजन राजेंद्र सिंह, चांदनी, देवांशी, आयुषी, हंशा राठौड ने स्वर दिए । तबला संगत कृष्ण चौहान ने की । कार्यक्रम में भीलवाड़ा की नृत्य गुरु शेफाली ने सूफी रचना “छाप तिलक सब छीनी मोसे नैना मिलाके..”पर कत्थक नृत्य प्रस्तुत किया । मुख्य अतिथि डॉ. अज़ीज़ अहमद सुलेमानी, संस्कृतिकर्मी एन.डी. रंगा, कवि कथाकार राजेंद्र जोशी ने कलाकारों को सम्मानित किया ।
संयोजक अशफ़ाक़ क़ादरी ने 13 वीं अ.भा. संगीत कला प्रतियोगिता के परिणाम घोषित किये । जिसमे चित्रकला मे आदिति नारेडिया, कत्थक नृत्य बल वर्ग में किशोरी सैनी, किशोर वर्ग में ख़ुशी झा, युवा वर्ग में महिमा शेरोन अव्वल रहे । शास्त्रीय गायन में बल वर्ग में मुदित प्रजापत, किशोर वर्ग में ख्याति पण्डे, युवा वर्ग में प्रियंम श्रीवास्तव ने प्रथम स्थान प्राप्त किया ।लोकगीत प्रतियोगिता में मानसी तिवारी, मेघा आचार्य, मुदित प्रजापत अव्वल रहे । कार्यक्रम में निर्णायकों, विजेताओं, प्रतिभागीयों, संगीत गुरुओं को सम्मानित किया गया । कार्यक्रम में वरिष्ठ चित्राकार मुरली मनोहर के0 माथुर को सम्मानित किया गया । संगीत भारती के उपाध्यक्ष मोहनलाल मारू ने कलाकारों का परिचय दिया ।
संगीतोत्सव के तहत शाम को राष्ट्रीय कला उपनिषद का आयोजन किया गया । सितारवादक जसकरण गोस्वामी को समर्पित इस कार्यक्रम में नाट्य संगीत के बदलते स्वरुप पर चर्चा की गई । बीकानेर पश्चिम के विधायक डॉ. गोपाल जोशी, वरिष्ठ रंगकर्मी पत्रकार साहित्यकार मधु आचार्य के आतिथ्य में संगोष्टी में रंग लेखक पत्रकार साहित्यकार हरीश बी0 शर्मा ने कहा कि नाटक और संगीत एक दुसरे के पूरक है । वक्ताओं ने कहा कि नाटक में संगीत अहम् अंग है । संगोश्ठी में विपिन पुरोहित, डॉ0 असित गोस्वामी, राजेंद्र जोशी, पूर्व सभापति चतुर्भुज व्यास, ओम कुवेरा, एन0डी0 रंगा, चंद्रशेखर जोशी, व्यंगकार बुलाकी शर्मा, मोहम्मद फारूक, मुरली मनोहर के माथुर, राजाराम स्वर्णकार, राजेंद्र जोशी ने भागीदारी निभाई ।