उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बलिया में मंगलवार को निकाय चुनाव को लेकर रैली में पहुंचे। सभा में एक महिला बुर्का पहनकर पहुंची तो मौजूद महिला पुलिस अधिकारियों ने सबके सामने उससे बुर्का उतरवा दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि यह महिला बीजेपी की सक्रिय कार्यकर्ता है। जो पिछले कई सालों से बीजेपी के लिए काम कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला पुलिस ने सभा में बैठी इस महिला पर पहले तो बुर्का हटाने के लिए दबाव बनाया और बाद में जब उसने सर पर दुप्पटे को रखा तो वो भी हटवा दिया। महिला पुलिस ने उस पर तब तक दबाव बनाया जब तक उसने बुर्का उतार नहीं दिया। इसके बाद महिला पुलिसकर्मियों ने उसे बुर्का अपने पास रखने को दे दिया, लेकिन इसी बीच वहां पहुंचे एक पुरुष पुलिसकर्मी ने बुर्का जब्त कर लिया।
पुलिस ने दिया घटना की जांच का आदेश बलिया पुलिस ने घटना की जांच का आदेश दिया है। बलिया एसपी ने कहा कि एक महिला को उसका बुर्का हटाने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है। इस घटना की जांच की जाए।
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने जताई आपत्ति ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इस घटना की आलोचनी की है। बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद राशिद फिरंगी महली ने कहा, ‘पूरी दुनिया में चाहे कितना भी आजाद ख्याल मुल्क क्यों न हो, हर एयरपोर्ट पर महिलाओं की तलाशी एक पर्दे वाले इनक्लोजर के अंदर होती है। रैली की भीड़ में किसी महिला का बुर्का उतरवा कर छीन लेना गैर कानूनी है।’