बीकानेर। अपना घर आश्रम के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि अपनाघर जो कि पीडि़त मानव सेवा के पावन तीर्थ के रूप में विख्यात है और यहाँ आने वाले पीडि़त मानव की सेवा प्रभु स्वरुप मानकर की जाती है और यहाँ की सेवा पाकर यहाँ आने वाले मंद बुद्धि रोगी भी ठीक होकर अपने घर एवं अपने परिजनों का पता बताने में सक्षम हो जाते है इसी कड़ी में अपनाघर आश्रम में लावारिश होने के कारण महात्मा गांधी मेमोरियल राजकीय जिला चिकित्सालय हनुमानगढ़ टाऊन से 3 साल पूर्व प्रभुजी नरेश को बीकानेर अपनाघर आश्रम में भिजवाया गया था।
धीरे धीरे चिकित्सा सेवा एवं आश्रम के माहोल में रहकर प्रभुजी नरेश अपने घर का पता बताने लगा और आश्रम द्वारा नरेश के घर मध्यप्रदेश में सम्पर्क कर परिवारजनों को बुलाया गया और नरेश को सुपुर्द किया गया। नरेश का बहनोई पुरण सिंह इसको लेने आया और बताया की नरेश जो पिछले 3 सालों से मध्यप्रदेश से लापता था। नरेश के बहनोई एवं साथ आए व्यक्तियों ने आश्रम को धन्यवाद दिया और उज्जवल भविष्य की कामना की।
इस अवसर पर द्वारकाप्रसाद पचीसिया, आश्रम प्रभारी रमेश राठी, मेडिकल विभाग के राजू शर्मा, झंवरलाल सुथार, किशन एवं सेवासाथी उपस्थित हुए।(PB)