श्रीडूंगरगढ़ । नजदीकी कस्बे श्रीडूंगरगढ में 13 व 14 दिसम्बर 2018 को सिंधु मेला का आयोजन हुआ। जिसके तहत सिंधी पंचायत श्री डूंगरगढ़ की ओर से सद्गुरु स्वामी भगत प्रकाश जी महाराज के सान्निध्य में श्री झूलेलाल दरबार सजाया गया। साथ ही मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा व बड़ा हाल उद्घाटन सहित अनेकों आयोजन संपन्न हुए। आयोजन के दौरान डूंगरगढ़ की बाल कलाकार और युवा सिंधी कलाकार मंडलियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जिसमें बाहर से आए सिंधी युवा कलाकार ने भी सिंधीयत और लोककलाओं का प्रदर्शन किया ।

सहयोगियों और कलाकारों का शॉल श्री फल से सम्मान किया। आयोजक संस्था सिंधी पंचायत श्री डूंगरगढ़ के अध्यक्ष श्री श्रवणकुमार गुरनाणी और मंत्री मुरलीधर संगवानी ने बताया कि सिंथु मेला में देश के विभिन्न शहरों से श्रद्धालु डूंगरगढ़ पहुंचे। सद्गुरु स्वामी भगत प्रकाश जी महाराज ने 8 मंदिरों में 19 मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठानों के साथ भव्य हाल का व मंदिर का लोकार्पण किया। दो दिवसीय आयोजन में विभिन्न शहरों के बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए । सिंधी सेंट्रल पंचायत बीकानेर से अध्यक्ष कमलेश सत्यानी, राजकुमार बलीरामानी एंड पार्टी, मोहन सत्यानी, साहित्यकार मोहन थानवी, सुरेश केसवानी, लालचंद तुलसियानी, हेमंत गोरवानी, घनश्?याम सदारंगानी,  मानसिंह मामनानी, किशन सदारंगानी, हीरानंद भोजवानी, नवीन रीझवानी आदि का सम्मान किया गया ।

देव थानवी व शिल्पी थानवी ने बीकाने से युवाओं का प्रतिनित्व किया। मातृशक्ति ने भक्तिसंगीत की प्रस्तुतियां दी व श्री झूलेलाल दरबार के दर्शन किए। सिंधु मेला के पहले दिन गुरुवार 13 दिसंबर को संत कंवरराम धर्मशाला से मूर्ति नगर परिक्रमा और कलश यात्रा निकाली गई । यात्रा धर्मशाला से मुख्य बाजार होते हुए झूलेलाल दरबार सिंधी कॉलोनी श्री डूंगरगढ़ पहुंची। शाम को बजे माता की चौकी का आयोजन किया गया तथा देर रात को संत कंवरराम धर्मशाला सिंधी कॉलोनी में सद्गुरु स्वामी भगत प्रकाश जी महाराज का आगमन होने पर उनका भव्य स्वागत किया गया । शुक्रवार को सुबह शुभ मुहूर्त में मूर्तियां प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंदिरों में स्थापना की गई । दोपहर को शोभायात्रा निकाली जो झूलेलाल दरबार तक पहुंची। झूलेलाल दरबार में नवनिर्मित बड़े हॉल का उद्घाटन और नवनिर्मित मंदिरों में स्थापित मूर्तियों का सद्गुरु स्वामी भगत प्रकाश जी महाराज द्वारा अनावरण किया गया । इसके तुरंत बाद शाम सत्संग का आयोजन हुआ जो करीब दो घंटे चला। सामूहिक भंडारा की सेवा की गई । अध्यक्ष गुरनाणी के अनुसार श्री डूंगरगढ़ के सभी 110 परिवार और उनके विभिन्न शहरों राज्यों में निवास कर रहे सगे संबंधियों के अलावा कोलकाता से भी श्रद्धालु श्री डूंगरगढ सिंधु मेला में पहुंचे।(PB)