OmExpress News / Srinagar / जम्मू कश्मीर सरकार के दो महीने के लिए एलपीजी सिलेंडर का स्टॉक करने के आदेश से स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ गई है। इसके साथ ही सुरक्षाबलों के लिए स्कूली इमारतों को खाली करने के आदेश अलग से जारी किया गया है। सरकार के दो आदेशों से कश्मीर घाटी के लोगों के चेहरे पर चिंता की झलक साफ देखी जा सकती है। (Kashmir Order to Stock LPG)
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल जी.सी. मुर्मू ने 23 जून को एक बैठक की थी। इसके बाद जारी एक आदेश में कहा गया है कि कश्मीर घाटी में एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स कम से कम दो महीने के लिए सिलेंडर का स्टॉक कर लें, क्योंकि भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने के कारण सप्लाई प्रभावित हो सकती है।
इसके अलावा उपराज्यपाल की ओर से दूसरा आदेश भी जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि कारगिल से सटे गांदरबल इलाके में सुरक्षाबलों के लिए स्कूल की इमारतों को खाली कर दिया जाए।
Government orders are creating panic in Kashmir & unfortunately after all the lies & false assurances last year even if/when the government explains these orders hardly any of us will take the assurances at face value. That said they still need to explain these orders. https://t.co/16mteocYAO
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) June 28, 2020
उमर अब्दुल्ला ने किया ट्वीट
उपराज्यपाल के दो आदेशों के बाद से कश्मीर घाटी के लोगों की चिंता बढ़ गई है। इस बीच पूरे मामले लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट किया है। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार के आदेश के बाद से कश्मीर में दहशत का माहौल पैदा हो गया है।
ऑपरेशन बालाकोट पर दिए थे ऐसे आदेश
बता दें कि कश्मीर घाटी में इस तरह के आदेश के बाद बड़े घटनाक्रम हुए हैं। पिछले साल फरवरी में पाकिस्तान के अंदर ऑपरेशन बालाकोट और पिछले साल अगस्त में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने के पहले भी सरकार ने इसी तरह के आदेश जारी किए थे।