OmExpress News / Mumbai / महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आज ये जो महामारी है, उससे हमे एक साथ मिलकर लड़ना है, यह बहुत लंबी लड़ाई होने वाली है। प्रधानमंत्री ने पहले ही साफ कर दिया है कि यह लॉकडाउन 3 मई तक के लिए बढ़ चुका है। Lockdown Not Lockup
हमारी दो दिन पहले बैठक हुई थी, मैंने ही पीएम से अपील की थी कि इस लॉकडाउन को बढ़ाना चाहिए। यह काफी गंभीर लड़ाई है और इसको काफी गंभीरता से लेना चाहिए। आप सब लोग इस लड़ाई में शामिल हैं और हम जीतेंगे। मैं सुबह ही आप लोगों से बात करने वाला था, लेकिन पीएम मोदी बात करकने वाले थे, इसलिए मैं रुक गया।
दरअसल आज हजारों की संख्या में मजदूरों की भीड़ बांद्रा स्टेशन पर जमा हो गई थी, जिसके बाद लॉकडाउन की धज्जियां उड़ गई। इस घटना के बाद उद्धव ठाकरे ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस युद्ध को हम बड़े आराम से जीत सकते हैं, घर जाकर आराम से रहिए, हम इस युद्ध को जीतेंगे ही। बांद्रा की घटना पर उन्होंने कहा कि बेशक आप किसी अन्य प्रदेश से हैं, लेकिन आप हमारे मेहमान हैं। Lockdown Not Lockup
लोगों में यह अफवाह फैली कि आज से ट्रेन चल रही है। मैं आप लोगों से अपील करना चाहता हूं कि आप लोग घर पर रहें, हम हर किसी का खयाल रखेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन लॉकअप नहीं है, लिहाजा इससे कतई डरे नहीं। सीएम ने कहा कि मैं तो कहता हूं क्यों परेशान हो रहे हैं, एक संकट है, चुनौती है, आप क्यों डरते हैं, किसी को घर जाने की जरूरत नहीं है।
आप आए हो, हमारे राज्य में हो, हम आपका पूरा खयाल रखेंगे। हम केंद्र से बात कर रहे हैं। लॉकडाउन मतलब लॉकअप नहीं है, आप मेरे राज्य महाराष्ट्र में हो, आप सुरक्षित हो। आपका देश है ये। जिस दिन लॉकडाउन खुलेगा, हम आपके घर जाने का इंतजाम करेंगे।
Nobody wants that you stay in lockup without your will. Lockdown doesn't mean lockup. It is our country. You're (Migrant labourers) safe in my state&don't worry. The day when lockdown will be lifted, not only me, but Centre also will make arrangements for you: Maharasthra CM pic.twitter.com/LbUu8GwHCs
— ANI (@ANI) April 14, 2020
10 फीसदी लोग ठीक होकर गए घर
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा टेस्ट हम कर रहे हैं। यहां कुल मिलाकर 35 हजार टेस्ट हुए हैं। मैं कहना चाहता हूं कि हम गंभीरता और धैर्य से हर कदम उठा रहे हैं। कोरोना वायरस से संक्रमित 10 फीसदी लोग ठीक होकर घर गए। 32 लोग गंभीर हैं लेकिन उनकी हालत स्थिर है। मैंने आज दो लोगों से बात की है। एक छह महीने का बच्चा है, उसकी मां से मैंने आज बात की है। Lockdown Not Lockup
अगर छह महीने का बच्चा ठीक हो सकता है। 83 साल की बुजुर्ग महिला से मैंने बात की है जो कोरोना से ठीक हुई हैं। हमने कल एक और चीज की है, हमने डॉक्टरों की एक टास्क फोर्स तैयार की है, जिसमे मुंबई के 7 बड़े डॉक्टर हैं, जो अलग-अलग विषयों के स्पेशलिस्ट हैं, जो इस टास्क फोर्स में शामिल हैं। ये लोग मुंबई के साथ-साथ पूरे महाराष्ट्र में कैसे इस लड़ाई से लड़ना है, उसकी गाइडलाइन तय करेंगे। इस टास्क फोर्स ने अपना काम करना शुरू कर दिया है।
10 जिलों में नहीं पहुंचा कोरोना
पूरे महाराष्ट्र में हमने अलग-अलग हिस्सों में अस्पतालों को बांटा है। हमने मंत्रियों की एक टीम भी बनाई है जो कोरोना वायरस की स्थिति पर नजर रखेगी और योजना बनाएगी। इसकी कमान अजीत पवार करेंगे। किसानों के लिए हम काम कर रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान भी हमने उन्हें रोका नहीं है। खरीफ की फसल को खरीदा जा रहा है। किसानों से संबंधित बाकी की चीजों को भी हम नहीं रोकेंगे। महाराष्ट्र के 10 जिलों में कोरोना की बाधा नहीं हुई है। बाकी जिलों से भी हम उसे हटाने की कोशिश कर रहे हैं।
मुंबई-पुणे पर विशेष ध्यान
मुंबई और पूणे पर हमारा विशेष ध्यान है, जहां पर भी हमे कोई कोरोना से संक्रमित मिलता है, उसके संपर्क में आए सभी लोगों की हम जांच करना तुरंत शुरू कर देते हैं। हम कंटेनमेंट जोन में लोगों को कुछ तकलीफ होती है, मैं इस बात को मानता हूं, लेकिन थोड़े समय के बाद हमने वहां जरूरी सामान को पहुंचाना शुरू कर दिया है। Lockdown Not Lockup