बीकानेर । स्वामी केशवानन्द राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर के प्रांगण में विष्वविद्यालय स्तरीय युवा महोत्सव गोरबन्द -2015 का उद्घाटन भारत सरकार के जल संसाधन प्रबन्धन एवं नदी सुधार के केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रोफेसर सांवर लाल जाट ने किया । कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वन्दना व दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। उद्घाटन कार्यक्रम का आरम्भ स्वागत सम्बोधन से हुआ। कार्यक्रम समन्वयक व कृषि महाविद्यालय, बीकानेर के अधिष्ठाता डॉ. आई. जे. गुलाटी ने मंचस्थ अतिथियों एवं कार्यक्रम में पधारे शैक्षणिक, शैक्षणेत्तर कर्मचारियों व छात्रों का करतल ध्वनि के साथ स्वागत किया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि व केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रोफेसर सांवर लाल जाट ने कृषि विश्वविद्यालय के सभी वैज्ञानिकों व छात्रों का आह्वान किया कि वे बदलते विश्व परिद्रश्य को ध्यान में रखते हुए किसानों के लिए ऐसा अनुसंधान करें कि जिससे किसानों की आर्थिक दशा सुधरने के साथ-साथ, वह देश के विकास में बहुमूल्य योगदान दे सके। उन्होंने यह भी कहा कि अनुसंधान की हमारी प्राथमिकताएँ सिंचाई जल के समुचित प्रबन्धन पर होनी चाहिए व किसानों को बूंद-बूंद व फव्वारा पद्धति के लिए प्रेरित करना चाहिए। अपने उद्बोधन के अन्त में उन्होंने कृषि विष्वविद्यालय के समस्त कर्मचारियों व छात्रों की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि राजस्थान राज्य में खुलने वाला केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर में ही खुलना चाहिए व इसके लिए हर सम्भव प्रयास का सहयोग करुंगा।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. छीपा ने कहा कि राजस्थान का पश्चिमी भू-भाग खेती की दृष्टि से कई विविधताओं से भरा है, स्वामी केशवानन्द राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर इस क्षेत्र में निरन्तर कार्यरत है तथा विश्वविद्यालय ने किसानों के क्षेत्र में आने वाली कृषि सम्बन्धी समस्याओं का समाधान दिया है व देता रहेगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में केन्द्र सरकार के सहयोग से जल प्रबन्धन पर कई परियोजनाएँ विचाराधीन हैं, जो कि आने वाले समय में क्षेत्र के किसानों को ध्यान में रखकर लागू होगी।
उद्घाटन समारोह में छात्र संघ के अध्यक्ष श्री मुकेष महला ने मंत्री महोदय से मांग की कि स्वामी केषवानन्द राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर को केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वन्दना व नृत्य पेष किया जबकि मानसी पंवार ने भवई नृत्य पेष किया, जिसमें उसने तलवार व काँच पर नृत्य किया।
कार्यक्रम के अन्त में निदेषक, छात्र कल्याण, डॉ. वी.के. गौड़ ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
उदघाटन कार्यक्रम के पश्चात् युवा महोत्सव के कार्यक्रम प्रारम्भ हुए। प्रथम सत्र में कृषि महाविद्यालय, गृह विज्ञान महाविद्यालय व कृषि व्यवसाय प्रबन्धन संस्थान के छात्र-छात्राओं ने मूक अभिनय प्रतियोगिता, लघु नाटिका प्रतियोगिता व एकल नाट्य प्रतियोगिता में बढ़-चढ़ कर भाग लिया। आज ही द्वितीय सत्र में छात्र-छात्राओं ने समूह नृत्य (भारतीय) वे लोक नृत्य में भाग लिया।