बेंगलोर / OmExpress News निपाह वायरस जो 48 घंटे में मरीज को कोमा में पहुंचा सकता है। सुअर और चमगादड़ से फैलने वाले इस वायरस से पीड़ित व्यक्ति का कोई इलाज नहीं है।  ये वायरस केरल की सीमा को पार कर कर्नाटक पहुंच गया है। Nipah Virus Reached Karnataka

कर्नाटक में 2 संदिग्ध मरीजों का चल रहा इलाज – Nipah Virus Reached Karnataka

एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया है कि कर्नाटक में 2 संदिग्ध मरीजों का इलाज चल रहा है। केरल में मेडिकल स्टाफ पूरी कोशिश कर रहा है कि इसे फैलने से रोका जा सके और लोगों में घबराहट को कम किया जा सके।

कर्नाटक के मेंगलुरु में दो संदिग्ध केस सामने आए हैं। ये दोनों ही मरीज केरल से हैं, उनमें से एक ने हाल में निपाह पीड़ित मरीज से मुलाकात की थी।

केरल से कर्नाटक के मंगलौर पहुंचे 75 वर्षीय बुजुर्ग और 20 वर्षीय युवती में बुखार के बाद वायरस का प्रभाव दिखने के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है। दोनों के बेड अलग करके उनके इलाज में बेहद सावधानी बरती जा रही है।

केरल से आने वाले अन्य लोगों पर भी नजर रखी जा रही है। Nipah Virus Reached Karnataka

केरल में 24 घंटे में कोई संक्रमण नहीं

केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 24 घंटों में निपाह वायरस का कोई संदिग्ध केस सामने नहीं आया है। इस बीच, खबर है कि तमिलनाडु ने भी केरल से आए लोगों की जांच शुरू कर दी है, जबकि गोवा ने लोगों के लिए चेतावनी जारी की है।

केरल सरकार ने लोगों से कोझिकोड, मलप्पुरम, वयनाड और कन्नूर जिलों की यात्रा से बचने को कहा है। Nipah Virus Reached Karnataka

केरल में निपाह पर कंट्रोल का दावा

केरल की स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा ने बुधवार को कहा कि राज्य में निपाह वायरस के प्रकोप को काबू में कर लिया गया है और घबराने की जरूरत नहीं है। कोझिकोड मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 17 लोगों का इलाज चल रहा है।

वायरस का संक्रमण कोझिकोड और मलप्पुरम जिलों के बाहर नहीं होने दिया गया है, लेकिन मंत्री ने कहा कि कोझिकोड में नए मामले में दो लोगों को बुखार की शिकायत होने पर निपाह के संदिग्ध संक्रमण के मद्देनजर निगरानी में रखा गया है। Nipah Virus Reached Karnataka

केरल में अब तक 11 की मौत

केरल में अभी तक निपाह वायरस से 11 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, 19 लोगों का फिलहाल इलाज चल रहा है, इन सभी में निपाह वायरस के संक्रमण के लक्षण हैं। जबकि 22 लोगों का अलग से इलाज किया जा रहा है।

केरल के स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बताया कि निपाह वायरस से निपटने के लिए सरकार ने मलेशिया से एंटी वायरल दवाई मंगवाई है।

इसके अलावा 2 हजार के करीब रिबावायरिन टेबलेट भी बांट चुकी है। वहीं, केरल पुलिस भी निपाह को लेकर फैल रही अफवाहों से निपटने के लिए फैसले ले चुकी है।

डीजीपी लोकनाथ बेहरा ने कहा कि निपाह वायरस को लेकर सोशल मीडिया और व्हाट्एप पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। Nipah Virus Reached Karnataka

हिमाचल में मिले 18 मरे हुए चमगादड़

हिमाचल प्रदेश के नाहन की पंचायत बर्मापापड़ी के एक सीनियर सेकंडरी स्कूल के प्रांगण में 18 चमगादड़ मरे हुए पाए गए हैं।

बताया जा रहा है कि ये चमगादड़ बीते काफी सालों से यहां के पेड़ों पर रहते थे, ये कभी किसी को परेशान नहीं करते थे लेकिन अचानक बुधवार को यहां डेढ़ दर्जन चमगादड़ों की मौत हो गई, जिसे देखकर लोग भयभीत हो गए।

वहीं इस घटना के बाद वन्य एवं जीव विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच पूरे मामले की जांच कर रही है। इन लोगों ने जांच के लिए मरे हुए चमगादड़ों के सैंपल भी ले लिये हैं।

दिल्ली-एनसीआर में अलर्ट

केरल में निपाह वायरस के कहर को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में अलर्ट जारी कर दिया गया है। केरल से दिल्ली की ओर आने वाली ट्रेन पर रेलवे अधिकारियों की विशेष नजर है। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने डॉक्टरों की टीम को भी हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। Nipah Virus Reached Karnataka

डॉक्टरों को निपाह वायरस के मरीज के लक्षणों व ऐसे मरीज को ले कर बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी बताया गया है। दिल्ली से केरल के बीच दैनिक व साप्ताहिक सभी तरह की कुल मिला कर लगभग आधा दर्जन ट्रेन चलती हैं।

इनमें त्रिवेंद्रम राजधानी, मंगला एक्सप्रेस, केरला एक्सप्रेस आदि शामिल हैं। डॉक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि यदि इन ट्रेन में किसी भी यात्री की तबीयत खराब होने की सूचना मिलती है तो उसे तत्काल इलाज उपलब्ध कराया जाए।

साथ ही निपाह वायरस को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक सावधानियां बरती जाए। किसी भी मामले को हल्के में नहीं लेने को कहा गया है। छोटी से छोटी सूचना रेलवे प्रशासन को देने के निर्देश हैं।

राजस्थान में भी सतर्कता के निर्देश

राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सर्राफ ने प्रदेश में निपाह वायरस की रोकथाम के लिए अधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। सर्राफ ने कहा कि केरल में अनेक प्रवासी राजस्थानी निवास करते हैं और उनका राजस्थान में आना-जाना लगा रहता है। लिहाजा अतिरिक्त सावधानी बरती जाए।

लक्षण

‘निपाह वायरस’ की चपेट में आने वाले इंसान को तेज बुखार,दिमाग या सिर में तेज जलन,दिमाग में सूजन और दर्द,मानसिक भ्रम, सांस लेने में परेशानी होती है। संक्रमण बढ़ने से मरीज कोमा में भी जा सकता है, इसके बाद इंसान की मौत हो जाती है।

ये वायरस एन्सेफलाइटिस सिड्रोम के जरिए बहुत तेजी से फैलता है।

बचाव

खजूर के फल को खाने से परहेज करना चाहिए।

पेड़ से गिरे फल को नहीं खाना चाहिए।

निपाह के संक्रमित रोगी से दूरी बनाए सुअर और चमगादड़ों से दूर रहें।

बिना धूले फल ना खाएं। बाहर के कटे फल और जूस से भी परहेज करें।