नोखा। नोखा के समीप सीलवा मूलवास में गौ सेवी पदमाराम कुलरिया की ढाणी पदम पैलेस में पिछले चार दिनों से चल रही श्रीराम कथा में मंगलवार को कथा वाचक मुरलीधर जी महाराज ने कथा के प्रसंग दौरान बताया कि जब जब धरती पर पाप व अधर्म बढ़ता है व धर्म की हानि होती है तब तब भगवान अवतार लेते हैं और पापियों का नाश कर फिर से धरती पर धर्म की स्थापना करते हैं। कथा में महाराज ने कहा कि धरती पर ब्राह्मणों का अपमान होता है, गायों की दुर्दशा होने लगती है, देवताओं के प्रति भक्ति कम होती है तथा साधु संतों का अनादर होता है और धरती पर असुर पैदा होने लगते हैं तब इन असुरों का नाश करने भगवान को अवतार लेना पड़ता है। उन्होंने कहा असुर कोई राक्षस नही होते है बल्कि चोरी, जुआ, पराया धन हड़पने वाले, पराई नारी पर कुदृष्टि डालने वाले, माता, पिता की सेवा नहीं करने वाले, गुरू, साधु संतों का अपमाने करने वाले भी असुर होते है। इन सभी को नाश करने के लिए भगवान को अवतरित होना पड़ता है। भगवान श्री राम ने रावण के अत्याचार व अंहकार को मिटाने के लिए ही अवतार लिया था।
श्री राम जन्मोत्सव मनाया पदम पैलेस के अवध धाम की पावन धरा पर मंगलवार को श्रीराम कथा में भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया गया इस अवसर पर गौ सेवी पदमाराम कुलरिया ने वयोवृद्ध होते हुए भी अपने परिवार के साथ झूम झूमकर नृत्य किया। साथ ही उगमाराम, देवाराम, मघाराम, भंवरलाल, कानाराम, शंकर व धरम कुलरिया व कुलरिया परिवार की महिलाओं व बच्चों ने भी जमकर रामजन्म उत्सव पर नृत्य किया। साथ ही खचाखच भरा पूरा पांडाल में उपस्थित श्रद्धालु भी रामजन्मोत्स पर झूम उठे। मुरलीधर महाराज ने राम जन्म के घोष के साथ गाया भजन अवध में आनन्द भयो जै रमैया लाल की गूंज से पंडाल गुंजयमान हो गया। बाद में भए प्रकट कृपाला….दिन दयाला…कौशल्या ….. चौपाईयों के साथ राम जन्म उत्सव मनाया गया।
इस अवसर पर रोड़ा पीठाधीश्वर श्री 1008 श्री भंवरदास जी महाराज, परम पूज्य संत श्री पांचाराम जी महाराज मेड़ता उपस्थित थे जिनका गो सेवी पदमाराम जी कुलरिया परिवार के द्वारा स्वागत किया गया। मंगलवार को कथा शुभारम्भ से पूर्व मुख्य यजमान गोसेवी पदमाराम कुलरिया व धर्मपत्नी हरप्यारी देवी कुलरिया, संत दुलाराम कुलरिया की धर्मपत्नी रामप्यारी देवी, उगमाराम-चंपा देवी, देवाराम-जमना देवी, मघाराम-नेनी देवी, कानाराम-मुन्नी देवी, शंकर कुलरिया-पार्वती देवी, धर्मचंद कुलरिया-मीरा देवी, भंवर कुलरिया-मुन्नी देवी, सुरेश-सुष्मिता देवी, नरेश, पुखराज, पंकज सहित परिवारजनों व रिश्तदारों ने रामायण व व्यास पीठ का पूजन करके आरती उतारी।
कथा के अंत में बाहर से पधारे हुए मेहमानों का मूलवास, सिलवा,दावा और चरकड़ा, नोखा बीकानेर नागौर से भी पधारे हुए सभी गणमान्य व्यक्तियों का समान किया गया आयोजक गोसावी पदमाराम कुलरिया, उगमाराम, देवाराम, मगाराम, भंवर, कानाराम, शंकर और धर्मचंद कुलरिया ने परिवार सहित मानस जी की आरती की। मंच का संचालन चंदन सिंह राजपुरोहित जोधपुर ने किया। पांचवे दिन होने वाली भव्य श्रीराम कथा में स्वच्छ भारत अभियान के प्रणेता परमार्थ निकेतन ऋषिकेश से परम पूज्य संत श्री चिदानंद जी सरस्वती (मुनिजी) व परम पूज्य संत श्री गुरूशरणानन्द जी महाराज एवं तरातरा मठ के पीठाधीश्वर संत श्री प्रतापपुरी जी महाराज का पदम पैलेस में होगा आगमन।(PB)